जीएसटी रिफॉर्म्स पर छोटे व्यापारियों और उपभोक्ताओं के लिए विशेष सम्मेलन आयोजित 

हमीरपुर/विवेकानंद वशिष्ठ  :-  बड़सर विधानसभा क्षेत्र में आज जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) सुधारों पर एक महत्वपूर्ण विधानसभा स्तरीय सम्मेलन का आयोजन किया गया।

प्रधानमंत्री मोदी की दूरदर्शिता की सराहना

सम्मेलन में व्यापारियों, कर सलाहकारों, उद्योगपतियों, चार्टर्ड अकाउंटेंट्स तथा विभिन्न पंचायत प्रतिनिधियों ने भाग लिया और जीएसटी से जुड़ी व्यवस्थाओं, सुधारों और नई पहल पर विस्तार से चर्चा की।

 

मुख्य अतिथि और प्रमुख उपस्थित अधिकारी इस अवसर पर सम्मिलित रहे:

 

मुख्यातिथि: प्रदेश उपाध्यक्ष व काँगड़ा के विधायक पवन काजल विशिष्ट अतिथि: बड़सर विधायक इंद्रदत्त लखनपाल जिला अध्यक्ष राकेश ठाकुर जिला महामंत्री: अजय रिंटू राजेश सहगल, बड़सर मण्डल अध्यक्ष  संजीव शर्मा, डटवाल मण्डल अध्यक्ष  यशवीर पटियाल, महामंत्री अश्वनी बन्याल,  दिनेश व्यास, रवि कानूनगो, कोषाध्यक्ष  सुरेन्द्र अग्निहोत्री एवं अन्य कार्यकर्ता।

 

विधायक इंद्रदत्त लखनपाल का संदेश “प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं केंद्र सरकार द्वारा लागू किए गए जीएसटी सुधार देश की कर प्रणाली को पारदर्शी, सरल और व्यवसायिक रूप से सहायक बनाने का ऐतिहासिक कदम हैं। यह व्यापारियों को राहत देने के साथ-साथ पूरे देश की अर्थव्यवस्था को नई गति दे रहा है।”

 

 

 

 

मुख्यातिथि पवन काजल का संदेश

 

“जीएसटी सुधार देश के आर्थिक विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हैं। यह न केवल कर प्रणाली को सरल बनाता है, बल्कि छोटे और मध्यम व्यवसायों के लिए नए अवसर भी पैदा करता है। बड़सर क्षेत्र में आज का सम्मेलन व्यापारियों और नागरिकों को जागरूक करने, उनकी समस्याओं को सुनने और समाधान खोजने का एक उत्कृष्ट मंच साबित होगा।”

 

 

 

 

नेक्स्ट जेन जीएसटी सुधार: प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में ऐतिहासिक कदम

 

मुख्यातिथि पवन काजल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि उनके मार्गदर्शन में अगली पीढ़ी के जीएसटी सुधार कल से पूरे देश में लागू होने जा रहे हैं। ये सुधार स्वतंत्र भारत के सबसे क्रांतिकारी कर सुधारों में से एक हैं, जिनका उद्देश्य छोटे व्यापारियों को सशक्त करना, उपभोक्ताओं का विश्वास बढ़ाना और देश की अर्थव्यवस्था को 10 ट्रिलियन डॉलर की दिशा में अग्रसर करना है।

 

उपभोक्ताओं को सीधा लाभ:

पवन काजल ने कहा कि स्वतंत्रता के बाद पहली बार करीब 400 वस्तुओं को 12 एवं 18 प्रतिशत के कर स्लैब से हटाकर 5 प्रतिशत के कर स्लैब में लाया गया है। वहीं 28 प्रतिशत के कर स्लैब को खत्म कर अधिकांश वस्तुओं को 18 प्रतिशत के कर स्लैब में लाया गया है। इससे 15-20 प्रतिशत तक कीमतों में कमी आएगी, जिससे उपभोक्ताओं को सीधा लाभ होगा और व्यापार में भी वृद्धि होगी।

 

 

 

मुख्य विशेषताएँ:

 

“वन नेशन – वन टैक्स – वन सिम्प्लिसिटी”: रिटर्न दाखिल करना और अनुपालन अब आसान, तेज़ और परेशानी-मुक्त।

 

व्यापारियों और उपभोक्ताओं दोनों को टैक्स स्लैब में तार्किक बदलाव से सीधा लाभ।

 

डिजिटल भारत और पारदर्शी भारत की अवधारणा को बल, तकनीक-आधारित प्रणाली भ्रष्टाचार कम करेगी और विश्वास बढ़ाएगी।

 

लघु उद्योग, एमएसएमई, स्टार्टअप्स और छोटे दुकानदारों के लिए सबसे बड़े लाभ।

 

 

पवन काजल ने इसे “ऐतिहासिक उपहार” बताते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने एक बार फिर साबित किया कि वे नए भारत की आर्थिक क्रांति के शिल्पकार हैं। ये सुधार व्यापार को आसान बनाएंगे, कीमतें घटाएंगे और भारत को विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के और निकट ले जाएंगे।

 

 

 

 

मीडिया प्रभारी यशपाल शर्मा का संदेश

 

“जीएसटी केवल कर प्रणाली का बदलाव नहीं है, बल्कि ‘एक भारत – एक कर’ की संकल्पना को साकार करने का प्रयास है। बड़सर विधानसभा क्षेत्र में आयोजित यह सम्मेलन लोगों को जागरूक करने और जीएसटी सुधारों के लाभ से अवगत कराने में मील का पत्थर साबित होगा।”