



हमीरपुर/विवेकानंद वशिष्ठ :- मुख्य चिकित्सा अधिकारी हमीरपुर डॉ प्रवीण चौधरी के निर्देशानुसार औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान सुजानपुर में जिला स्तरीय अंतरराष्ट्रीय सर्पदंश जागरूकता दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

इस मौके पर जन शिक्षा एवं सूचना अधिकारी बीरबल वर्मा ने उपस्थित छात्र छात्राओं को जानकारी देते हुए कहा कि सर्पदंश के मामलों में उचित देखभाल और प्रबंधन से स्नेक बाइट की रोकथाम कर सकते हैं सांपो का भी महत्व है।



इन्हें मारे नहीं क्योंकि सांप प्राकृतिक कीट नियंत्रक के रूप में कार्य करते हैं और चूहों, कीड़ों एवं अन्य छोटे जानवरों की आबादी को नियंत्रित करते हैं जो फसल की क्षति तथा बीमारियों के प्रसार को रोकते है इसके



अलावा चिकित्सा अनुसंधान दवाओं और एंटी वेनम के विकास में सहायक होता है और अन्य पक्षियों के भोजन का स्त्रोत भी है।
भारत में 300 से अधिक सर्प प्रजातियां पाई जाती है जिनमें चार प्रजातियां कोबरा,करैत,रसेल वाइपर, सा स्केल्ड वाइपर जहरीले होते है।

अगर सांप हमें बाइट करता है तो काटे गए व्यक्ति को आश्वस्त करवाये कि 70 प्रतिशत सांप बिना जहर वाले होते हैं और 30 प्रतिशत जहरीले सांप जिनकी वजह से डेथ होती है उनमें से भी 50 प्रतिशत सांप अपना जहर इंजेक्ट नहीं कर पाते हैं तो इस प्रकार ये 15 प्रतिशत ही है जिनसे मरीज को विषाक्तता होती है या सांप का जहर शरीर में प्रवेश करता है। यह आश्वस्त करें।
उसके बाद मरीज को तुरन्त लिटा देना है और जिस अंग को काटा है उस अंग को स्थिर कर दे किसी लकड़ी या कठोर वस्तु की सहायता से और रस्सी से बांध दें ताकि अंग हिले ढुले नहीं जैसे हड्डी टूटने पर किया जाता है और मरीज को सीधा लिटाकर जल्दी अस्पताल भेजे और अस्पताल में मरीज को एंटीसनेकवेनम जितना जल्दी लगेगा उतना सर्वाइवल के चांस ज्यादा होगे और मरीज को झाड़ फूंक, ओझा कही न ले जाये इससे कोई फायदा नहीं होता है।
ऐसा करके समय बर्बाद नहीं करना चाहिए, मरीज को चलने नहीं देना है और सांप के काटे स्थान पर चीरा न दे, काटे नहीं,चूसे नहीं ऐसा कुछ नहीं करना है इसके अलावा कोई ररसी,कपडा न बांधें इससे ब्लड सप्लाई कम हो जाती है, मरीज को अल्कोहल वगैरह न पिलाएं इससे मरीज और गंभीर हो सकता है।
इसके अलावा सांप काटने से बचने के लिए नीचे न सोये अगर सोना पडे तो मच्छरदानी का प्रयोग करें जिससे सांप नहीं पहुंचेगा,बाहर जाते समय लंबी पैंट पहने,लांग जूते व

मौजे पहने, खेती का काम करते समय सतर्क रहें व दस्ताने प्रयोग करें सटीक या लाठी लेकर जाये रात के समय टार्च लेकर जाए,छेदों,दरारों में हाथ डालने
से बचें, खिड़कियां, दरवाजों में सुराखो की जांच करके बंद करे,घरो के आस पास साफ सफाई व झाड़ियां काट दे इस प्रकार हम सांप के बाइट से रोकथाम कर सकते हैं।
इसके साथ ही स्वस्थ नारी सशक्त परिवार व पोषण माह और स्वच्छता ही सेवा है के बारे में जानकारी दी।इस मौके पर औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान के प्रधानाचार्य आतीश वर्मा, वर्ग अनुदेशक विजय कुमार, अनील, अंजना कुमारी व स्वास्थ्य विभाग से सुनीता ठाकुर, अंकुश, सचिन सोनी व आशा मनोरमा व रूपा सहित 150 के लगभग प्रतिभागियों ने भाग लिया।















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