एस एफ आई ने नुक्कड़ नाटक और 24 घंटे की सांकेतिक हड़ताल का किया ऐलान

शिमला/विवेकानंद वशिष्ठ  :-  छात्र मांगो  एस एफ आई हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय इकाई द्वारा हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में नुक्कड़ नाटक और धरना प्रदर्शन किया गया ।

 

एस एफ आई ने नुक्कड़ नाटक के माध्यम से बताया कि आज प्रदेश विश्वविद्यालय में सबसे बड़ी धांधली परीक्षाओं में देखने को मिल रही है एस एफ आई ने कहा कि लंबे समय से हम देख रहे हैं कि विश्वविद्यालय के द्वारा परीक्षाओं को केवल पैसा इकट्ठा करने का माध्यम बना दिया गया है ।

छात्र मांगो को लेकर एस एफ आई का नुक्कड़ नाटक और हड़ताल का ऐलान

एस एफ आई कैंपस उपा अध्यक्ष ने बात रखते हुए कहा आज हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के द्वारा छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का काम किया जा रहा है अनेक प्रकार की अनियमिताएं परीक्षाओं में देखने को मिल रही है ।

छात्र मांगों पर विस्तार से बात रखते हुए एस एफ आई हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय परिसर उपा अध्यक्ष कामरेड आशीष ने ई आर पी सिस्टम की नाकामी पर बात रखते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के द्वारा ऑनलाइन स्क्रीनिंग के माध्यम से छात्रों के रिजल्ट को निकालने का काम किया जा रहा है।

 

 

कामरेड आशीष ने बात रखते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के द्वारा जब इस सिस्टम को लाया गया था तो यह कहा गया था कि इससे छात्रों के परीक्षा परिणाम शीघ्र घोषित होंगे लेकिन हम देखते हैं कि यह ऑनलाइन सिस्टम से छात्रों की परीक्षा परिणाम आने में देरी हो रही हैश

 

 

तथा यह ऑफलाइन प्रणाली से काफी खर्चीला है कॉमरेड आशीष ने बात करते हुए कहा कि ऑफलाइन प्रणाली में एक उत्तर पुस्तिका की जांच करने में लगभग 25 से 30 रुपए लगते थे लेकिन जब से हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय द्वारा ऑनलाइन प्रणाली को शुरू किया गया है तब से एक उत्तर पुस्तिका की जांच में लगभग 80 रुपए खर्च किए जा रहे हैं जो हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय पर आर्थिक भोज डालने का काम हो रहा है ।

 

 

 

एस एफ आई हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय इकाई ने कहा कि हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के द्वारा परीक्षाओं को चेक करने में धांधली की जा रही है जिसका परिणाम हमें हाली के भीतर ऊना कॉलेज में देखने को मिलता हैं जहां एक छात्र की एक विषय की दो उत्तरपुस्तिका निकलती हैं यह कहीं न कहीं इस ऑनलाइन प्रणाली को सवाल के घेरे में रखने का काम करती हैं इसके अलावा जब 12 जून को यू जी का परीक्षा परिणाम आता है तो एक छात्र उस परीक्षा में पास होता है लेकिन जब वह छात्र कुछ समय बाद अपने रिजल्ट को चेक करता तो उसे एक विषय में अनुपस्थित दिखाया जाता हैं जो यह बात को साफ करता है कि इस ऑनलाइन प्रणाली के अंदर अनेकों अनेक अनियमिताएं हैं।

 

एस एफ आई विश्वविद्यालय इकाई ने बात रखते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के भीतर छात्रों से पैसा कमाने के लिए जानबुझकर छात्रों को 4-5 अंकों से फेल किया जा रहा हैं ताकि छात्र पुनः पेपर निरीक्षण के लिए आवेदन करे ।

आज विश्वविद्यालय में सबसे बड़ी धांधली यह देखने को मिल रही है जिसमें पुनः निरीक्षण के बाद लगभग 90% छात्र पास हो रहे है एस एफ आई यह सवाल कर रही हैं कि पहले परीक्षा चेक करने में इतनी बड़ी लापरवाही क्यों हो रही हैं विश्वविद्यालय के द्वारा आज इसे केवल पैसा कमाने का माध्यम बना दिया है।

 

एस एफ आई परिसर सचिव आशीष ने कहा कि इस विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक इतने लालची हो गए हैं कि वह रिवैल्युएशन और रीअपीयर के नाम पर छात्रों से पैसा लूटने का काम कर रहे हैं ।

इसमें आगे बात रखते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश विश्विद्यालय को बने हुए 56 वर्ष से अधिक का समय हो गया है , लेकिन आज भी छात्र अपनी मूलभूत सुविधाओं के लिए लड़ना पड़ रहा है । इसमें बात रखते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश विश्विद्यालय के पास छात्रावासों को कमी है , हिमाचल प्रदेश विश्विद्यालय यह दावा करता है कि हम सभी छात्रों को हॉस्टल उपलब्ध करवाता है लेकिन सच्चाई यह है कि हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में कुछ प्रतिशत छात्र ही ऐसे जिन्हें हॉस्टल मिल पाता है अन्य छात्रों को महंगे कमरों को लेकर रहना पड़ता है

इसमें आगे बात रखते हुए कहा कि एक समय वह भी था जब हिमाचल प्रदेश विश्विद्यालय के पास 8 बसे हुआ करती थी लेकिन आज के समय के अंदर हिमाचल प्रदेश विश्विद्यालय के पास केवल 3 ही बसे शेष रही है हिमाचल प्रदेश विश्विद्यालय बसों को लेने के लिए कोई भी ध्यान नहीं है , कहीं ना कहीं हिमाचल प्रदेश विश्विद्यालय बसों का भी ठेकाकरण करने का काम कर रहा है

एस एफ आई हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय इकाई उपा अध्यक्ष आशीष ने आगे बात रखते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में 2019 के अंदर गैर शिक्षक कर्मचारियों की भर्ती की सीटों का विज्ञापन निकाला गया था लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन के द्वारा भर्ती नहीं करवाई गई उसके बाद 2021 के अंदर विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा गैर शिक्षक कर्मचारियों की भर्ती का पुन: विज्ञापन निकाला जाता है लेकिन फिर भी विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा उस भर्ती को करवाने में नाकामयाब होता है जब एस एफ आई द्वारा गैर शिक्षक कर्मचारियों की भर्ती पर आरटीआई लगाई जाती है तो आरटीआई के माध्यम से यह जानकारी आती है की हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय द्वारा लगभग 4.50 करोड़ रुपए छात्रों से लूटने का काम किया गया एसएफआई ने यह मांग की कि जल्द से जल्द गैर शिक्षक कर्मचारियों की भर्ती को करवाया जाए।

 

इसमें आगे बात रखते हुए कहा कि छात्रों को मूलभूत सुविधाएं ना मिलने की वजह कहीं ना कहीं प्रत्यक्ष छात्र संघ चुनावों का ना होना है , इसमें आगे बात रखते हुए कहा कि 2013 के अंदर कांग्रेस सरकार द्वारा छात्र संघ चुनावों पर प्रतिबंध लगाया गया ।तब से लेकर आज तक छात्र ये मांग कर रहे है कि उनके जनवादी अधिकार बहाल किए जाएं।

इन तमाम मांगों को लेकर हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय इकाई उपा अध्यक्ष कामरेड आशीष ने कहा कि इन तमाम मुद्दों पर जल्द से जल्द संज्ञान लिया जाए ताकि हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में आने वाली छात्रों की समस्याओं को हल किया जा सके । एसएफआई ने साफ तौर पर कहा कि यह जो सबसे बड़ी धांधली परीक्षाओं में की जा रही हैं इसे जल्द से जल्द रोका जाए तथा परीक्षा प्रणाली में सुधार किया जाए और इस इआरपी सिस्टम को इस विश्वविद्यालय से बाहर किया जाए ।

छात्र संघ चुनाव की बहाली को लेकर इस 24 घंटे सांकेतिक हड़ताल का आगाज किया गया ।