कैंसर अस्पताल मुख्यमंत्री का ड्रीम प्रोजेक्ट, भाजपा नेता कर रहे गुमराह : सुरेश कुमार

हमीरपुर/विवेकानंद वशिष्ठ :-   भोरंज से कांग्रेस विधायक एवं राज्य विकास चर्चा प्रभारी सुरेश कुमार ने भाजपा नेताओं को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने यहां जारी प्रेस बयान में कहा कि हमीरपुर के जोलसप्पड़ में बनने वाला कैंसर अस्पताल मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविन्द्र सिंह सुक्खू जी का ड्रीम प्रोजेक्ट है।

कांग्रेस विधायक बोले, केंद्र से जारी राशि के दस्तावेज करें सार्वजनिक

भाजपा नेता इसे लेकर जनता को गुमराह करने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने बड़सर से भाजपा विधायक इंद्रदत्त लखनपाल और पूर्व विधायक राजेंद्र राणा के उस बयान को हास्यस्पद करार दिया है, जिसमें उन्होंने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा की ओर से कैंसर अस्पताल के लिए 300 करोड़ रुपये जारी करने की बात कही है।

मुख्यमंत्री के निर्देश पर प्रदेश सरकार जारी कर चुकी 80 करोड़ की पहली किस्त

विधायक सुरेश कुमार ने कहा कि लखनपाल व राणा 300 करोड़ रुपये राज्य सरकार को मिलने के दस्तावेज सार्वजनिक करें, अन्यथा झूठ फैलाने के लिए जनता से माफी मांगें। चूंकि, प्रदेश सरकार मुख्यमंत्री के निर्देश पर कैंसर अस्पताल के निर्माण के लिए 80 करोड़ रुपये जारी कर चुकी है।

 

केंद्र सरकार से इस अस्पताल के लिए फूटी कौड़ी नहीं मिली है। स्वास्थ्य क्षेत्र में मुख्यमंत्री जी की दूरदर्शी सोच से अभूतपूर्व सुधार हुए हैं। अटल सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल चमियाना और टांडा मेडिकल कॉलेज में रोबोटिक सर्जरी शुरू हो चुकी है।

 

आईजीएमसी शिमला, नेरचौक व अन्य मेडिकल कॉलेज में भी यह सुविधा शुरू करने की औपचारिकताएं पूरी की जा रही हैं। स्वास्थ्य क्षेत्र पर प्रदेश सरकार 3000 करोड़ रुपये खर्च कर रही है, जिसमें केंद्र सरकार का कोई योगदान नहीं है।

 

स्वास्थ्य व शिक्षा क्षेत्र का पूर्व भाजपा सरकार ने बेड़ा गर्क कर दिया था, अब मुख्यमंत्री सुखविन्द्र सिंह सुक्खू जी उल्लेखनीय कार्य स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने के लिए कर रहे हैं, तो भाजपा नेताओं की नींद हराम हो चुकी है।
उन्होंने कहा कि हमीरपुर का विकास कांग्रेस की देन है।

 

वर्तमान सरकार में भी अभूतपूर्व विकास हो रहा है, जिससे भाजपा नेता हताश व निराश हैं। मुख्यमंत्री जी के बड़सर दौरे के बाद विधायक इंद्रदत्त लखनपाल बौखलाए हुए हैं और अनापशनाप बयानबाजी कर रहे हैं। विकास करवाना तो उनके वश में नहीं है, भाजपा में शामिल होने के बाद बयानबीर बने हुए हैं।

 

राजेंद्र राणा तो उपचुनाव में हार को अब तक पचा नहीं पाए हैं। उनका काम ही अफवाह फैलाना और गुमराह करना हो गया है, उन्हें अब कोई गंभीरता से नहीं लेता।