





हमीरपुर/विवेकानंद वशिष्ठ :- चाल चरित्र और चेहरे वाली पार्टी भारतीय जनता पार्टी के चरित्र हनन का जो चेहरा सामने आ रहा है वह लोकतंत्र की चाल बिगाड़ रहा है, यह कहना है प्रदेश कांग्रेस के पूर्व मीडिया कॉर्डिनेटर संदीप सांख्यान का।
प्रदेश भाजपा तो चुप है, पर संघ के संगठन मन्त्री भी चुप: संदीप सांख्यान


उन्होंने कहा कि विधायकों सांसदों और विधायकों के परिवारों के सदस्यों के नाम जिस प्रकार महिला उत्पीड़न में अखबारों की सुर्खियां बन रहे हैं अपने आप में केवल चिंता नहीं हिमाचल में भाजपा के गिरते हुए राजनीतिक स्तर की परिभाषा भी तय कर रहे हैं।



भाजपा के नेताओं का स्तर इतना गिर गया है या गिरे हुए लोग राजनीति के श्रेष्ठ पदों पर आ गए हैं यह मुख्य बहस का विषय है। संदीप सांख्यान ने कहा कि राजनीति में भ्रष्टाचार के आरोपो से भी आगे बढ़ गई है प्रदेश की भाजपा की राजनीति।
भाजपा के वह वरिष्ठ नेता जो हर बात पर मशवरा दिया करते हैं वह भी खामोश है। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) जो व्यक्तित्व निर्माण की बातें करता है उसकी आवाज भी नहीं निकल रही है और उसकी तरफ से भाजपा में नियुक्त किए जाने वाले संगठन मंत्री भी चुप है, क्या अब हिमाचल में हिंदुओं से ज्यादा, महिलाएं खतरे में हो गई हैं, और भारतीय जनता पार्टी को जवाब नहीं दे पा रही है कि उनकी पार्टी के भीतर हो क्या रहा है।

विरोधियों पर अभद्र टिप्पणियां करने वाले अभद्रता की सारी सीमाएं लांघ रहे हैं और पूरा प्रदेश शर्मसार हो रहा है पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा भी खामोश है और हिमाचल प्रदेश को अपना दूसरा घर बताने वाले प्रधानमंत्री भी खामोश है, और अब भारतीय जनता पार्टी हिमाचल प्रदेश सीबीआई की इंक्वारी भी नहीं मांग रहा है।
आखिर यह हिमाचल में हो क्या रहा है। संदीप सांख्यान ने कहा कि प्रदेश भाजपा नेता चरित्र हीनता का शिकार हो रहे हैं या भाजपा के अंदर चल रहे षड्यंत्रों का, यह बड़ा सवाल खड़ा किया है।
संदीप सांख्यान ने प्रदेश भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा है कि अपने को पाक-साफ मानने वाली भाजपा के नेता वर्तमान प्रदेश की राजनीति में अपने ही षड्यंत्रों में घिरते नजर आ रहे हैं, मसला चंबा का हो या मसला सोलन का हो या फिर मसला भाजपा के पूर्व सांसद के सुपुत्र से जुड़ा हो।
संदीप सांख्यान ने कहा कि प्रदेश की भाजपा में 2027 में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर आंतरिक प्रतिस्पर्धा इतनी बढ़ गई है कि भाजपा आंतरिक तौर पर ही सत्ता की लोलुपता की और अग्रसर हो रही है, यहां तक वह इनके खुद के बुने हुए षड्यंत्रों में फंसती नज़र आ रही है।

संदीप सांख्यान ने भाजपा के नेतृत्व से सवाल खड़े करते हुए पूछा है कि जो चरित्र हीनता के आरोप भाजपा के बड़े नेताओं पर लग रहे हैं उन पर अभी कोई स्पष्टीकरण नहीं आ रहा है, ऐसे में भाजपा की अंर्तकलह और षड्यंत्रों के राजनीति स्पष्ट तौर पर सामने आ चुकी है।
यह मात्र कांग्रेस ही नहीं प्रदेश की जनता भी भाजपा के नेतृत्व से जानना चाहती है। आए दिनों सोशल मीडिया और मीडिया में भाजपा के भीतर चल रही चरित्र हीनता की टिप्पणियां स्पष्ट कर रही है कि प्रदेश भाजपा के भीतर ही भीतर बड़ी गड़बड़ चल रही है।




















































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