शिमला/विवेकानंद वशिष्ठ :- राष्ट्रीय शिक्षा नीति के माध्यम से शिक्षा का व्यापारीकरण, भगवाकरण व केंद्रीयकरण के विरोध में एस. एफ. आई छात्रा समिति का राज्य अधिवेशन 7 मार्च 2024 को स्वाधीनता, जनवाद , समाजवाद के नारे के साथ सम्पन्न हुआ।
इस अधिवेशन का उद्घाटन राज्य अध्यक्ष कामरेड अनिल ठाकुर ने किया।उन्होंने अधिवेशन को शुभ संदेश देते हुए बताया कि NEP के माध्यम से छात्राओं का अपनी पढ़ाई पूरी करना मुश्किल हो जाएगा शिक्षा का निजीकरण ये बहुत बड़ा हमला छात्राओं की पढ़ाई पर है।
कोरोना महामारी के चलते बहुत छात्राएं शिक्षा से दूर हुई है हमें संघर्ष करने पड़ेंगे और सबको शिक्षा सबको रोजगार के नारे को बुलंद करना होगा। अधिवेशन में 11 छात्राओं की उपसमिति का गठन किया ।जिसमे कॉ सरिता राणा कन्वीनर और कॉ राशी को- कन्वीनर चुना गया।
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष पर छात्रा उप समिति द्वारा अधिवेशन किया गया और महिलाओं की स्थिति पर अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति से कॉमरेड संतोष कपूर द्वारा बात रखी गई उन्होंने बताया कि आज आजादी के इतने सालो के बाद भी महिलाओं के साथ भेदभाव किया जाता है चाहे वो घर में हो या कार्य स्थल पर उनके साथ भेदभाव किया जाता है इन बेड़ियों को तोड़ने की जरूरत है और अपने अधिकारों के लिए लड़ने की जरूरत है।
अधिवेशन के दौरान महिलाओं की स्थिति पर और महिलाओं के प्रति बढ़ती हिंसा पर भी प्रस्ताव पढ़े गए। कॉमरेड सरिता ने अधिवेशन में आश्वासन देते हुए बताया कि जितनी भी छात्राओं और महिलाओं की दिकते है उनके लिए छात्रा उपसमिति छात्राओं को एकजुट करके उनके लिए अग्रिम पंक्ति में लड़ाई लड़ेगी। प्रत्येक शिक्षण संस्थाओं में छात्र मांगों के लिए संघर्ष करेगी।
इसी आवाहन के साथ राज्य छात्रा अधिवेशन नाहन में संपन्न हुआ।