कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच पार्टी छोड़ने की लगी होड़: सोम दत्त

हमीरपुर/विवेकानंद वशिष्ठ :- पूरे देश और प्रदेश में कांग्रेस पार्टी की नीतियों से आहत होकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच पार्टी छोड़ने की जैसे होड़ सी लग गई है। कभी कांग्रेस की रीढ़ माने जाने वाले कई वरिष्ठ और प्रभावशाली नेता भी अब परिवारवाद, रूढ़िवाद और देश की छवि को विदेशों में बदनाम करने वाली राजनीति के विरोध में खुलकर आवाज़ उठा रहे हैं।

 

इसी कड़ी में हमारे विधानसभा क्षेत्र बड़सर में भी बड़ी संख्या में कांग्रेसी कार्यकर्ता कांग्रेस की नीतियों से निराश होकर तथा स्थानीय उम्मीदवार से असंतुष्ट होकर कांग्रेस का साथ छोड़ रहे हैं और भाजपा की नीतियों में विश्वास जताते हुए भाजपा को मजबूत कर रहे हैं।

 

 

कांग्रेस के मुख्यमंत्री और कुछ छुटभैया नेता लगातार यह आरोप लगा रहे हैं कि जो कार्यकर्ता कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो रहे हैं, उन्हें करोड़ों रुपये दिए जा रहे हैं। यदि उन्हें सच में ऐसा लगता है, तो कांग्रेस से भाजपा में आए प्रत्येक कार्यकर्ता से पूछ लें कि उन्हें कितने रुपये मिले?

 

 

दरअसल, अपनी नाकामी और जनसमर्थन खोने की पीड़ा को छिपाने के लिए कांग्रेस के नेता ऐसे बेतुके, आधारहीन और हास्यास्पद बयान दे रहे हैं। यदि उन्होंने अब भी धृतराष्ट्र वाली जिद नहीं छोड़ी, तो आने वाले समय में पूरा कुनबा ही खाली हो जाएगा।

 

 

कांग्रेस सरकार की नीतियों ने प्रदेश की आम जनता ही नहीं, बल्कि उनके अपने निष्ठावान कार्यकर्ताओं को भी पार्टी के खिलाफ खड़ा कर दिया है। हाल ही में विधानसभा सत्र के दौरान ऊना के विधायक सतपाल सिंह सत्ती जी ने भी सरकार को चेताया कि अपनी नीतियों में सुधार करें, अन्यथा आने वाले समय में स्थिति यह न हो जाए कि सदन में कांग्रेस के खिलाफ खड़ा होने वाला विपक्ष ही न बचे।

 

 

हमारे लोकप्रिय विधायक इंद्रदत्त लखनपाल जी सनातन संस्कृति को मानने वाले, सरल व जनसेवा के लिए समर्पित नेता हैं। वे सदैव अपनी विधानसभा ही नहीं, बल्कि पूरे प्रदेश के हित को सर्वोपरि मानते हैं।

 

 

भाजपा की पारदर्शी, राष्ट्रहित सर्वोपरि और विकासोन्मुखी नीतियों से प्रभावित होकर उन्होंने भाजपा में शामिल होने का निर्णय लिया, और आज वे स्वयं को पूरी तरह संतुष्ट तथा सही दिशा में खड़ा महसूस करते हैं।

 

 

वे बड़सर की जनता का बार-बार हृदय से आभार प्रकट करते हैं कि जनता ने उनके निर्णय का सम्मान करते हुए उन्हें भारी समर्थन दिया और हिमाचल प्रदेश विधानसभा में विधायक चुना। लखनपाल जी ने पुनः विश्वास दिलाया है कि वे सदैव सेवा भाव से, पूरी निष्ठा और ईमानदारी से जनता के बीच रहकर कार्य करते रहेंगे।