हमीरपुर के लोग पुरानी गलतियों से सबक लेंगे या दोहराएंगे इतिहास 

हमीरपुर/विवेकानंद वशिष्ठ :- हिमाचल प्रदेश में लोकसभा चुनावों के साथ-साथ विधानसभा की 9 सीटों के चुनाव भी होने हैं बात की की जाए हमीरपुर विधानसभा की तो यहां पर तीन सीटों पर चुनाव लड़ा जाना है जिनमें से कांग्रेस के दो विधायकों को निष्कासित किया गया तो वही एक निर्दलीय विधायक ने भी त्यागपत्र दे दिया और अब या सभी भाजपा में शामिल हो गए। बड़सर, सुजानपुर और सदर हमीरपुर में विधानसभा चुनाव फिर से होगा।

 

हमीरपुर के लोग क्या मुख्यमंत्री को बचा लेंगे या इतिहास दोहराएंगे।

 

हमीरपुर के लोगों ने कुछ साल पहले अपने मुख्यमंत्री को हराकर बहुत बड़ी गलती की थी चाहे वह पक्ष का हो या विपक्ष का लेकिन मुख्यमंत्री तो मुख्यमंत्री होता है। और उसका परिणाम भोक्ता भी लेकिन यह भाग्य की बात थी कि हमीरपुर के लोगों को फिर से मुख्यमंत्री मिला।

 

विधायक, मंत्री पद, या मुख्यमंत्री 

हमीरपुर के लोगों को यह तय करना होगा कि उन्हें विधायक, मंत्री पद चाहिए या अपना मुख्यमंत्री। कांगड़ा बालों ने अपना मुख्यमंत्री को हराया था उसका परिणाम वह आज तक भुगत रहे हैं। हमीरपुर के लोग क्या चाहते हैं यह उन्हें तय करना है।

 

यह देखना इस बार दिलचस्प होगा कि हमीरपुर के लोग क्या सच में ही बचा पाएंगे अपने मुख्यमंत्री को या फिर इतिहास दोहराएंगे।

 

भीतर घात की भी है आशंका 

 

कांग्रेस को जहां नए चेहरे पर दावा खेलना होगा और उन्हें जीत दिलाने के लिए कडी मेहनत करनी होगी तो वही बात की जाए बीजेपी की तो उन्हें इस बार भीतर घात का भी सामना करना पड सकता है।