हमीरपुर/विवेकानंद वशिष्ठ :- कथा के पंचम दिवस का शुभारंभ विजय कुमार विजय एंड कंपनी के मालिक ने ज्योति प्रज्वलित करके किया ।
कथा के पंचम दिवस श्री आशुतोष महाराज जी की शिष्या कथा व्यास साध्वी सुश्री भद्रा भारती जी ने कहा कि युवा देश की रीड की हड्डी होता है। एक युवा पर अपने परिवार ,समाज और राष्ट्र की जिम्मेदारी होती है।
यदि इतिहास में देखें तो भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद ,राम प्रसाद बिस्मिल जैसे देशभक्तों ने अपने प्राणों की आहुति देकर भारत माता को गुलामी के जंजीरों से मुक्त करवाया था। युवा संन्यासी स्वामी विवेकानंद , योगानंद जी आदि ने अध्यात्म के छत्र तले भारत निवासियों के हृदयों में धर्म के बीज बोए।परंतु यदि आज के युवाओं की बात करें तो आज का युवा 80 साल का बुजुर्ग है । वह अपने कर्तव्यों से च्यूत होकर नशे का गुलाम हो चुका है । केवल ड्रग्स के नशे का नहीं बल्कि फोन का भी गुलाम हो गया है । ऐसे युवा राष्ट्र की रक्षा नहीं कर सकते। युवाओं को सही दिशा प्रदान करने के लिए संस्थान की ओर से युवा परिवार सेवा समिति का गठन किया गया है जिसके अंतर्गत युवाओं को ब्रह्म ज्ञान द्वारा आत्मिक स्तर पर जागरूक किया जाता है। आज आवश्यकता है समाज को इसी ब्रह्म ज्ञान की जो एक पूर्ण सद्गुरु ही प्रदान कर सकते हैं।
अंत में कथा को विराम मां के पावन आरती द्वारा दिया गया। सभी भक्तों के लिए भंडारे की व्यवस्था भी की गई थी।