


बड़सर/विवेकानंद वशिष्ठ :- बड़सर की सियासत में पहली बार कांग्रेस ने ढटवाल से सुभाष ढटवालिया को टिकट देकर उप चुनाव को बड़ा ही रोचक बना दिया है। समाज में अपनी साफ छवि व शालीनता भरे व्यक्तित्व के धनी कांग्रेस प्रत्याशी सुभाष ढटवालिया किसी परिचय के मोहताज नहीं है।

धाम खाने व डांस करने में मशरूफ रहे लखनपाल: सुभाष ढटवालिया



धरती पुत्र के नारे के साथ मुख्यमंत्री को मजबूत करने के इरादे से चुनाव में उत्तरी कांग्रेस ने सुभाष ढटवालिया के समर्थन में एक जुटता दिखाकर विरोधियों के होश पुख्ता कर दिए हैं। सुभाष के चुनावी प्रचार के साथ-साथ उनकी लोकप्रियता भी परवान चढ़ने लगी है, विरोधी खेमे में खलबली मच गई है।




आलम यह है कि सुभाष ढटवालिया को धरती पुत्र के साथ उनकी साफ छवि का सीधा-सीधा फायदा मिल रहा है। वहीं, दूसरी तरफ ढटवाल की जनता इस बार पार्टी विशेष को क्षेत्र वाद पर वोट करने के मूड में है। वहीं, तीसरा फायदा कांग्रेस प्रत्याशी को जिला का मुख्यमंत्री होने का भी मिल रहा है।

बड़सर की जनता सुजानपुर की गलती को किसी कीमत पर दोहराना नहीं चाहती है। रविवार को भी कॉंग्रेस प्रत्याशी सुभाष ने ढटवाल क्षेत्र के दर्जनों गांवों में नुक्कड सभाओं के दौरान अपने लिए वोट की अपील की, उनकी नुक्कड़ सभाओं में क्षेत्र की जनता एकजुट होकर शामिल हो रही है और उनके समर्थन में खडी नजर आई है। नुक्कड़ सभाओं में ढटवालिया ने कहा कि मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू हमीरपुर से संबन्ध रखते हैं।



और उन्होंने बड़सर कांग्रेस से पहली बार किसी धरती पुत्र को टिकट देकर मुझे चुनाव में उतारा है। बड़सर की जनता की धरती पुत्र की मांग को मुख्यमंत्री ने पूरा किया है और अब हमारी जिम्मेदारी है कि अपने जिला के मुख्यमंत्री के लिए विधानसभा की सीट को जीते। उन्होंने जनता से आग्रह करते हुए कहा कि मुझे दूसरे नेताओं की तरह राजनीति नहीं आती है। मैं आप में से निकला एक साधारण व्यक्तित्व हूं और हर क्षेत्र की हर परिस्तिथि से बाफ़िक हूं।
मैं आपका भाई vec E बेटा हूं और आप सभी मिलकर अपने बेटे के पक्ष में वोट डालकर विधानसभा भेजे यह मेरा वायदा है कि मैं अपने समूचे बड़सर परिवार को कभी निराश नहीं होने दूंगा। सुभाष बोले 21 मई को मुख्यमंत्री स्वयं बड़सर आ रहे हैं। इस दिन मुख्यमंत्री क्षेत्र की विभिन्न पंचायतों मे नुक्कड़ सभाओं को संबोधित करेंगे तथा कार्यकर्ताओं व जनता में जोश भरेंगे मेरा सभी से आग्रह रहेगा कि अपने जिला के मुख्यमंत्री को सुनने के लिए कार्यक्रमों में जरूर पहुंचे।


