ट्रक ऑपरेटरों को दिए गए झटके पर क्यों नहीं बोले केंद्रीय मंत्री: संदीप सांख्यान

हमीरपुर/विवेकानंद वशिष्ठ :- मंहगाई, बेरोजगारी के साथ नोटबंदी जैसे नायाब तोहफे देने वाली केंद्र सरकार के चहेते अडाणी समूह द्वारा हिमाचल में कांग्रेस की सरकार आते ही जो झटका दिया था, उसे शायद ही बिलासपुर और सोलन जिला के ट्रक आपरेटर भूले होंगे।

 

अडानी समूह के द्वारा किए गए किराए की कटौती पर केंद्रित मंत्री क्यों नहीं बोल रहे हैं।

 

अडाणी ग्रुप की हेकड़ी और तानाशाही के चलते डेढ़ दो महीने तक प्लांट के बंद रहने का खामियाजा यहां के लोगों को ही भुगतना पड़ा। बावजूद इसके भाजपा के बड़े बड़े दिग्गज दिल्ली में बैठ कर इस घटनाक्रम का आनंद लेते रहे किंतु जब यह बात मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू के पास पहुची उन्होंने रास्ता निकालकर इस बात का शिद्दत से हल निकालकर राहत पहुंचाई थी। यह बात प्रदेश कांग्रेस के मीडिया कोऑर्डिनेटर व हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के वरिष्ठ कांग्रेस प्रवक्ता संदीप सांख्यान ने प्रैस को जारी बयान मेंकही। उन्होंने कहा कि इस संवेदनशील मसले पर केंद्रीय खेल मंत्री और यहां से चार बार के सांसद रहे अनुराग ठाकुर के होंठ सिले रहे।

 

केंद्रीय मंत्री को बताना चाहिए कि हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनते ही केंद्र सरकार के इशारों पर अडानी समूह की यहां पर सीमेंट कम्पनियों एसीसी लिमिटेड और गुजरात अंबुजा ने बिलासपुर के ट्रांसपोर्टर भाइयों के किरायों में कटौती की गई थी तब केंद्रीय मंत्री कहां भूमिगत हो गए थे।

 

ट्रक ऑपरेटर्स की आर्थिकी पर जब लात मारी गई तो कहाँ थे केंद्रीय मंत्री

 

उन्होंने कहा की इस किराए कटौती के चलते करीब दो माह चलने वाली ट्रक मालिको (ट्रांसपोटर्स) की इस हड़ताल में एक बयान तक नहीं दे पाए थे केंद्रीय मंत्री, अब किस मुंह से जनसमर्थन की मांग कर रहे है।

 

ट्रक ऑपरेटर्स के मसले पर क्यों होठ सील गए थे केंद्रीय मंत्री के

 

संदीप सांख्यान ने कहा कि हमीरपुर संसदीय क्षेत्र का बरमाणा एक अहम हिस्सा है और ट्रांसपोर्ट यहां का मुख्य व्यवसाय है और बिलासपुर और इसके साथ लगते क्षेत्रों की आर्थिकी इन्ही सीमेंट कारखानों पर निर्भर करती है और करीब दो माह तक कोई ट्रांसपोर्ट का कारोबार नहीं हो पाया था लेकिन केंद्रीय मंत्री ट्रांसपोर्टर भाइयों से मिलने तक नहीं आये थे और इनके हक.हकूकों की आवाज संसद में उठना तो दूर की बात थी।

 

संदीप सांख्यान ने केंद्रीय मंत्री को यह भी मालूम होना चाहिए हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की सरकार नई बनी थी और प्रदेश की कांग्रेस सरकार नई चुनौतियों से जूझ रही थी और इन अडानी समूह के दो सीमेंट संयंत्रों में परिचालन ठप होने से उत्पन्न संकट का कोई समाधान न होने के मद्देनजर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और प्रदेश की कांग्रेस सरकार इन ट्रासपोर्टरस के साथ खड़ी थी।

जबकि केंद्रीय मंत्री चाहते तो यह मसला केंद्र की भाजपा सरकार इसको चंद घण्टों में सुलझा सकती थी लेकिन इस मसले को भी केंद्रीय मंत्री ने दरकिनार ही कर दिया था। अब जब लोकसभा के चुनाव आ चुके हैं तो ऐसे में वह भाजपा के उम्मीदवार, चार बार के सांसद व केंद्रीय मंत्री को इन ट्रक मालिकों से और अन्य इस व्यवसाय से जुड़े व्यवसायियों से माकूल जबाब मिलना तय है।