जेपी नड्डा का सियासी करियर है दिलचस्प, कभी मंत्री पद से दिया था इस्तीफा
रजनीश शर्मा । हमीरपुर
मोदी मंत्रिमंडल से अनुराग ठाकुर बाहर हो गए हैं। हिमाचल से हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के बिलासपुर जिला से ताल्लुक रखने वाले जगत प्रकाश नड्डा ने मोदी मंत्रिमंडल में रविवार को कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ले ली है।
नड्डा का सियासी कद काफी बड़ा है और उनका सियासी करियर भी काफी रोचक रहा है। नड्डा की बात करें तो शाह के बाद उन्होनें बीजेपी का मुख्य रणनीतिकार माना जाता है, जिनकी रणनीति अक्सर बीजेपी के लिए काम करती है। हालांकि नड्डा के राजनीतिक करियर को देखें तो छात्र संगठन से सियासी करियर की शुरूआत कर हिमाचल के रहने वाले नड्डा आज राजनीतिक गलियारों में बड़ा नाम बन चुके हैं।
बता दें कि जगत प्रकाश नड्डा का जन्म 2 दिसंबर 1960 को पटना में हुआ था। उन्होंने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत 1975 में संपूर्ण क्रांति आंदोलन का हिस्सा बन कर की थी। इसके बाद वह अखिल भारतीय विद्यार्थी परीशद (ABVP) में शामिल हो गए थे। जब जेपी नड्डा ने पटना विश्वविद्यालय में अपनी पढ़ाई शुरू की थी, तब उनके पिता एनएल नड्डा विश्वविद्यालय के कुलपति थे। 1977 में जेपी नड्डा ने एबीवीपी (ABVP) के टिकट पर चुनाव लड़ा और पटना विश्वविद्यालय छात्र संघ के सचिव चुने गए। इसके साथ ही वह एबीवीपी में अधिक एक्टिव हो गए और कई अलग-अलग काम किए। पटना यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन के बाद उन्होंने हिमाचल विश्वविद्यालय से लॉ की पढ़ाई पूरी की