भारत की एकता और अखण्डता के प्रति दृढ़ संकल्प का प्रतीक डॉ श्याम प्रसाद मुखर्जी: रणधीर शर्मा

हमीरपुर/विवेकानंद वशिष्ठ :-   रविवार को भारतीय जनता पार्टी ने हमीरपुर शहर के  भोटा चौक स्थित पार्टी कार्यालय में बलिदान दिवस के अवसर पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किया। जहां भाजपा मुख्य प्रवक्ता एवं हमीरपुर उपचुनाव प्रभारी रणधीर शर्मा ने डॉ. मुखर्जी की पुण्यतिथि पर भावपूर्ण श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए उनके जीवन, उनके आदर्शों और देश सेवा के प्रति उनकी अविस्मरणीय प्रतिबद्धता को याद किया और कहा कि  आज हम भारतीय जनसंघ के संस्थापक, प्रखर चिंतक एवं महान शिक्षाविद डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि पर उनके आदर्शों और योगदान को श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं। इस अवसर पर भाजपा प्रदेश सचिव एवं हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के सह प्रभारी सुमित शर्मा और  युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष तिलक राज विशेष रूप से उपस्थित रहे।
भाजपा ने पार्टी कार्यालय में  डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि पर आयोजित किया श्रद्धांजलि कार्यक्रम 
 कार्यक्रम में उपस्थित कार्यकर्ताओं व पदाधिकारी को संबोधित करते हुए रणधीर शर्मा ने बताया कि डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी का जीवन और उनके विचार आज भी हमें प्रेरित करते हैं। उनकी दूरदर्शिता और राष्ट्रभक्ति ने भारतीय राजनीति को एक नई दिशा दी। भाजपा आज भी उनके आदर्शों पर चलने का संकल्प रखती है और उनके बलिदान को सम्मानित करती है। डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी भारतीय राजनीति में एक अद्वितीय व्यक्तित्व रहे हैं, जिन्होंने भारतीय राष्ट्रवाद को एक नई दिशा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वे भारतीय जनसंघ के संस्थापक और हिंदुत्व विचारधारा के प्रबल समर्थक थे। उनका जीवन भारत की अखंडता और एकता के प्रति उनके दृढ़ संकल्प का प्रतीक है। विशेष रूप से, उनका योगदान जम्मू-कश्मीर की राजनीति में महत्वपूर्ण रहा है, जहाँ उन्होंने धारा 370 के विरोध में अपनी जान गंवाई।
डॉ मुखर्जी का विरोध मुख्यतः उस समय जम्मू-कश्मीर में लागू परमिट प्रणाली के खिलाफ था। भारतीय नागरिकों को जम्मू-कश्मीर में प्रवेश के लिए परमिट की आवश्यकता होती थी, जो न केवल राज्य को शेष भारत से अलग करता था, बल्कि भारतीय एकता के सिद्धांत के भी विपरीत था। डॉ मुखर्जी का मानना था कि यह प्रणाली जम्मू-कश्मीर को एक अलग पहचान देने का प्रयास था, जिसे वे भारतीय संघ के खिलाफ मानते थे। डॉ मुखर्जी ने यह घोषित किया कि “एक देश में दो प्रधान, दो विधान, दो निशान नहीं चलेंगे,” जो उनके एकीकृत भारत के दृष्टिकोण को स्पष्ट रूप से दर्शाता है। उन्होंने जोर देकर कहा कि जम्मू-कश्मीर भारतीय संघ का अभिन्न हिस्सा होना चाहिए, जिसमें बाकी भारत के समान अधिकार और कर्तव्य हों। डॉ मुखर्जी ने अपने सिद्धांतों पर अडिग रहते हुए जम्मू-कश्मीर की यात्रा करने का निर्णय लिया, परमिट प्रणाली का उल्लंघन करके। उनके इस कदम ने तत्कालीन मुख्यमंत्री शेख अब्दुल्ला के नेतृत्व वाली सरकार को चौंका दिया, और उन्हें 11 मई 1953 को गिरफ्तार कर लिया गया। डॉ मुखर्जी को जम्मू-कश्मीर में बिना अनुमति प्रवेश करने के कारण नजरबंद कर लिया गया, और उन्हें जेल में रखा गया। जेल में रहते हुए, 23 जून 1953 को डॉ मुखर्जी का निधन हो गया। उनकी मृत्यु की परिस्थितियाँ आज भी रहस्यमयी बनी हुई हैं और कई सवाल खड़े करती हैं। उनके अनुयायियों और समर्थकों ने उनके निधन की निष्पक्ष जाँच की माँग की, लेकिन उनके बलिदान ने राष्ट्र के हित में जम्मू-कश्मीर को भारतीय संघ का अभिन्न अंग बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण जागरूकता और समर्थन उत्पन्न किया। डॉ मुखर्जी के बलिदान के दशकों बाद, 5 अगस्त 2019 को भारतीय सरकार ने जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाली धारा 370 को हटा दिया। इस ऐतिहासिक कदम ने जम्मू-कश्मीर को पूरी तरह से भारतीय संघ में एकीकृत कर दिया। इस निर्णय ने डॉ मुखर्जी के सपनों को साकार किया और भारत की एकता के प्रति उनकी दृष्टि को सम्मानित किया।
शर्मा ने उपस्थित कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि वे डॉ. मुखर्जी के विचारों और आदर्शों को अपने जीवन में अपनाएं और राष्ट्र के विकास और एकता के लिए कार्य करें। उन्होंने कहा कि डॉ. मुखर्जी के आदर्श हमें न केवल राजनीतिक दृष्टि से बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक दृष्टि से भी प्रेरित करते हैं। उनकी शिक्षा और सामाजिक न्याय के प्रति प्रतिबद्धता हमारे समाज के हर क्षेत्र में प्रगति और सशक्तिकरण का मार्गदर्शन करती है। डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि पर उन्हें कोटि-कोटि नमन करते हुए, रणधीर शर्मा ने यह संकल्प व्यक्त किया कि भारतीय जनता पार्टी उनके आदर्शों और सिद्धांतों को जीवित रखने के लिए सतत प्रयास करती रहेगी और उनके द्वारा दिखाए गए मार्ग पर चलकर राष्ट्र निर्माण के पथ पर आगे बढ़ती रहेगी।
इस अवसर पर देशराज शर्मा अजय रिंटू आदर्श कांत शर्मा  धर्मेंद्र शर्मा तेज प्रकाश चोपड़ा अनिल जसवाल गज्जन राम शर्मा होशियार सिंह कपिल शामा प्रगुन गौतम दीक्षित गौतम इत्यादि सहित अन्य कई लोग उपस्थित रहे।