मुख्यमंत्री निराधार आरोपों के प्रमाण दें अन्यथा माफी मांगें: रणधीर शर्मा

हमीरपुर/विवेकानंद वशिष्ठ :-   हमीरपुर उपचुनाव के प्रभारी, पार्टी के मुख्य प्रवक्ता और श्री नैना देवी जी विधानसभा के विधायक, रणधीर शर्मा ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने मुख्यमंत्री से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी आशीष शर्मा पर लगाए गए सभी आरोपों के प्रमाण पेश करने की मांग की है। अन्यथा, उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को हमीरपुर की जनता को गुमराह करने के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए।
रणधीर शर्मा ने मुख्यमंत्री पर स्पष्ट आरोप लगाते हुए कहा कि वे झूठे बयान देकर जनता को भ्रमित करने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री के पास आशीष शर्मा के खिलाफ लगाए गए आरोपों को सिद्ध करने के लिए कोई ठोस प्रमाण नहीं हैं। यह केवल आशीष शर्मा की छवि को धूमिल करने का एक असफल प्रयास है, जो उपचुनावों के दौरान हमीरपुर की जनता को गुमराह करने के उद्देश्य से किया जा रहा है।
रणधीर शर्मा ने कहा, “मुख्यमंत्री ने आशीष शर्मा पर जो भी आरोप लगाए हैं, वे सभी निराधार हैं। मुख्यमंत्री के इस कृत्य की कड़ी निंदा की जानी चाहिए। उनके पास अपने आरोपों का समर्थन करने के लिए कोई तथ्य नहीं हैं, जो साबित करता है कि यह मात्र एक राजनीतिक हथकंडा है। मुख्यमंत्री को आशीष शर्मा पर लगाए गए आरोपों के लिए कोई साक्ष्य प्रस्तुत करना चाहिए या सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए।”
उन्होंने यह भी जोड़ा कि मुख्यमंत्री का यह प्रयास न केवल असफल होगा बल्कि यह उनके प्रति जनता के विश्वास को भी प्रभावित करेगा। “अच्छा होता कि मुख्यमंत्री हमीरपुर में आकर पिछले डेढ़ वर्ष के दौरान अपने द्वारा किए गए किसी महत्वपूर्ण कार्य या उपलब्धि की चर्चा करते। लेकिन ऐसा नहीं हुआ क्योंकि उनके पास गिनाने के लिए कोई वास्तविक उपलब्धि नहीं है। इसलिए, वे निराधार और मनगढ़ंत आरोपों का सहारा ले रहे हैं, जो किसी भी संवैधानिक पद पर आसीन व्यक्ति को शोभा नहीं देता,” रणधीर शर्मा ने कहा।
शर्मा ने मुख्यमंत्री को यह याद दिलाते हुए कहा कि जनता अब सच और झूठ के बीच फर्क समझने में सक्षम है और इस प्रकार की राजनीति अब सफल नहीं हो सकती। उन्होंने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि वे चुनाव प्रचार को सकारात्मक रूप से लें और असत्य आरोप लगाने से बचें।
शर्मा ने अंत में कहा, “हमीरपुर की जनता समझदार है और वे इन निराधार आरोपों के पीछे के सच्चाई को जानते हैं। मुख्यमंत्री को अपनी जिम्मेदारी को समझते हुए तथ्य आधारित बयान देना चाहिए और यदि वे ऐसा नहीं कर सकते, तो माफी मांगना चाहिए।”