शिमला/विवेकानंद वशिष्ठ :- प्रदेश मंत्री आकाश नेगी ने बयान जारी करते हुए कहा कि राज्य सरकार अपने छात्र विरोधी निर्णयों से बाज नहीं आ रही है आउटसोर्स आधार पर 6297 प्री प्राइमरी शिक्षक को अर्ली चाइल्डहुड केयर एंड एजुकेशन की भर्ती करेगी शिक्षा विभाग ने अधिसूचना जारी की है
सरकार द्वारा युवाओं के भविष्य का साथ खेलना नहीं उचित – आकाश नेगी
विभाग यह भारती स्वयं नहीं करेगा बल्कि हिमाचल प्रदेश इलेक्ट्रॉनिक कॉरपोरेशन इसके लिए एजेंसी तय करेगा नेशनल काउंसिल ऑफ टीचर एजुकेशन एनसीटीई नियमों के तहत भर्ती होगी अभी इन बच्चों को जेबीटी शिक्षक ही पढ़ रहे हैं प्रारंभिक शिक्षा सचिव ने शिक्षा विभाग के निदेशक को कहा है कि वह स्कूलवार पदों का पूरा ब्योरा तैयार कर इलेक्ट्रॉनिक कॉरपोरेशन को भेजें प्रदेश के 6297 स्कूलों में प्री प्राइमरी कक्षाएं शुरू की गई है इनमें 50000 से अधिक बच्चों ने दाखिला लिया है।
पूर्व सरकार के समय यह भारती लटकी हुई थी पिछले सप्ताह मंत्रिमंडल की बैठक में इसे स्वीकृति मिली थी शिक्षा विभाग ने इसके लिए नियम व शर्तें तय कर दी है।
प्री प्राइमरी शिक्षकों का मानदेय ₹10 हजार रुपए तय किया गया है जो सरकार की ओर से जारी होगा इस पर एजेंसी जीएसटी कटेगी अभी जीएसटी की दर तय नहीं की गई है भर्ती एनसीटीई नियमों के अनुसार होगी इसके लिए अभ्यर्थी के पास दो विषय एनटीटी डिप्लोमा होना अनिवार्य है प्रदेश में अधिकतर के पास एक साल का डिप्लोमा है जो प्रदेश से बाहर हो जाएंगे।
प्रदेश मंत्री आकाश नेगी ने कहा कि वर्तमान सरकार जब सत्ता में आई तो बड़े बड़े वादे किए गए की हिमाचल के युवाओं को पक्की नौकरी दी जाएगी पर इस प्रकार आउटसोर्स करना प्रदेश के लाखो युवाओं के साथ धोखा है अगर समय रहते सरकार ने अपनी ये युवा विरोधी या छात्र विरोधी निर्णयों पर रोक नहीं लगाई तो विद्यार्थी परिषद इसके खिलाफ उग्र आंदोलन करेगी।
जिसका खामियाजा सरकार को भुगतना पड़ेगा।