


हमीरपुर/विवेकानंद वशिष्ठ :- प्रदेश कांग्रेस के मीडिया कोऑर्डिनेटर व हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के प्रवक्ता संदीप सांख्यान ने कहा है कि तीन उप चुनावों में कांग्रेस की दो विधानसभा क्षेत्रों में जीत और एक विधानसभा क्षेत्र में मात्र आंशिक हार से साफ होता है कि हिमाचल प्रदेश की जनता खरीद-फरोख्त और उठापटक की राजनीति में बिल्कुल भी विश्वास नहीं रखती है।

धन-बल, छल-बल एक विशुद्ध लोकतंत्र के लिए सही नही है…. संदीप सांख्यान



उन्होंने कहा कि बीते विधानसभा चुनावों के बाद हिमाचल प्रदेश में जो राजनैतिक अस्थिरता भाजपा ने फैलाई थी उसका मुहँ तोड़ जबाब भाजपा को प्रदेश की जनता ने दिया है। उन्होंने कहा कि बीते विधानसभा चुनावों के बाद 9 विधानसभा क्षेत्रों में उप चुनाव हुए और जिसमे से 6 विधानसभा उप चुनावों में कांग्रेस ने जीत का परचम लहराया है और वर्तमान हिमाचल प्रदेश की सरकार फिर से अपनी 40 विधायकों से साथ जन सेवा में समर्पित होगी लेकिन भाजपा ने इस शांत देवीभूमि जो राजनीतिक अस्थिरता फैलाई थी उसका फल आज प्रदेश की भाजपा को मिल चुका है।



भाजपा की दूषित राजनीति का प्रभाव जनहितैषी योजनाओं पर भी पड़ा… संदीप सांख्यान
उन्होंने कहा फरवरी माह से भाजपा और विपक्ष ने मिल कर जो राजनैतिक वातावरण हिमाचल प्रदेश में तैयार किया था उससे प्रदेश में चलने वाली विकासात्मक योजनाओं को भी प्रभावित किया है। संदीप सांख्यान ने विपक्ष और भाजपा के नेताओ को नसीहत देते हुए कहा है कि प्रदेश की चुनी हुई सरकार को गिराने का आपको कोई हक नहीं था। भाजपा को विपक्ष में रह कर सकारात्मक विपक्ष की भूमिका निभानी चाहिए थी ।


लेकिन ऐसा न करके भाजपा ने प्रदेश में एक दूषित राजनीति को जन्म दिया है और उसका परिणाम आज सबके सामने है। संदीप सांख्यान ने कहा प्रदेश की कांग्रेस सरकार एक स्थिर सरकार थी, है और आगे भी रहेगी भाजपा ने जो राजनैतिक उदण्डता दिखाई है उसका जबान आज सबके सामने है। उन्होंने कहा प्रदेश में नैतिकता की बात करने वाली भाजपा ने प्रदेश में सबसे बड़ी अनैतिकता की राजनीति की थी ।
जिसका परिणाम आज सबके सामने है। संदीप सांख्यान ने कहा कि प्रदेश में भाजपा के नेता बार बार यह बयानबाज़ी करते नज़र आ रहे थे कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार सुबह गिरेगी, शाम को गिरेगी, इस हफ्ते गिरेगी या अगले हफ्ते गिरेगी लेकिन भाजपा को समझना चाहिए कि सरकार न तो धन-बल, छल-बल से बनती है और न ही धन-बल, छल-बल से गिरती है सरकारे जनमत से बनती है और यदि जनमत मिले तो सरकारे बदलती जरूर हैं राजनीति की यही परिभाषा भाजपा को भविष्य में भी याद रखनी चाहिए।
भाजपा ने इस धन-बल और छल-बल की राजनीति से कांग्रेस की प्रदेश सरकार को अस्थिर करने की कोशिश में 9 विधानसभा क्षेत्रों में अपने कार्यकर्ताओं और अपने कॉडर में विभाजन तो किया ही है लेकिन उनमें फूट भी डाल दी है। संदीप सांख्यान ने कहा कि डेढ़ वर्ष पहले बनी प्रदेश की कांग्रेस सरकार और इन 9 उप चुनावों से साफ हो गया है कि धन-बल और छल-बल विशुद्ध लोकतंत्र के लिए सही नहीं है।
संदीप सांख्यान ने कहा है कि प्रदेश सरकार मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सूक्खु के नेतृत्व में और मजबूत हुई है और प्रदेश में कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व और कार्यकर्ता एक जुटता से जीत के ध्येय को लेकर उपचुनावों में लड़ा है और फिर से प्रदेश की जनता को सुदृढ़ नेतृत्व देने में कांग्रेस कामयाब हुई है।



