शिमला/विवेकानंद वशिष्ठ :- भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (NSUI) की हिमाचल इकाई ने केंद्रीय बज़ट को निराशाजनक बताया NSUI राज्य महासचिव यासीन बट्ट ने कहा की केंद्रीय बज़ट मे युवाओं को रोजगार के लिए कोई विशेष योजना नीति नही है 2024 के चुनावों मे कांग्रेस के मैनिफेस्टो /गारंटी पत्र के कुछ हिस्से को चुरा कर योजना बनाने की कोशिश की गई है ओर कुछ कंपनियों मे इंटरनशिप के सहारे अस्थायी नौकरी एवं भत्ते की बात कर युवाओ को ठगने की बात की है।
हिमाचल मे आपदा से हुए नुकसान के लिए की जानी चाहिए थी आपदा राहत पैकेज की घोषणा :: बट्ट
वही हिमाचल मे आई आपदा के लिए भी कोई आर्थिक पैकेज नही दिया गया पोस्ट डिसास्टर् नीड असेसमेंट फंड की जरूर बात की गई है जो झुनझुना मात्र लग रहा ,किसानों के लिए ग्रामीण अर्थव्यावस्था की मजबूती के लिए बज़ट मे कुछ भी नही है, किसानों के लाभ के लिए उनकी फसलों का सही समर्थन मूल्य की घोषणा की जाती यह पूंजीपतियों का बजट है कृषि उपकरणों, खाद एवं अन्य कृषि संबधी सामग्री को GST मुक्त कर के किसानों को फायदा किया जा सकता था लेकिन इसके विपरीत खाद ,फूड ओर पैट्रोलियम को लेकर जो सब्सिडी थी उसे कम करना दुर्भाग्य पूर्ण है, केंद्र की बैसाखियो के सहारे चल रही अस्थिर सरकार को स्थिर करने के लिए बिहार और आंध्र प्रदेश को जरूर झुनझुना थमाया गया है!