हमीरपुर/विवेकानंद वशिष्ठ :- प्रदेश सरकार खुद तो जनता की केयर करने में नाकाम साबित हुई है, ऊपर से स्वास्थ्य सेवाओं के लिए शुरू की गई हिमकेयर योजना से भी प्रदेशवासियों को सुक्खू सरकार ने महरूम कर दिया है। यह आरोप बड़सर विधानसभा क्षेत्र के विधायक इन्द्र दत लखनपाल ने बुधवार को जारी प्रैस बयान में लगाए हैं।
इंद्रदत्त लखनपाल ने कहा कि आयुष्मान योजना से छूटे लोगों को कैशलैस उपचार की सुविधा हेतु पूर्व जयराम सरकार ने हिमकेयर योजना शुरू की थी। वर्तमान सुक्खू सरकार ने हिमकेयर कार्ड को निजी अस्पतालों में बंद कर दिया है।
प्रदेश सरकार के इस आदेश को तुगलकी फरमार करार देते हुए इन्द्र दत लखनपाल ने कहा कि सरकार के निर्णय अनुसार अब सरकारी कर्मचारियों को भी हिमकेयर का लाभ नहीं मिलेगा। उन्होंने कहा कि भाजपा शुरू से ही कहती आ रही है कि सुक्खू सरकार कर्मचारी व जन विरोधी है, इसका प्रत्यक्ष प्रमाण सरकार ने खुद कर्मचारी वर्ग के लिए हिमकेयर योजना को प्रतिबंधित करके दे दिया है।
राकेश शर्मा ने कहा कि सत्ता संभालते ही वर्तमान सरकार ने पूर्व सरकार द्वारा खोले गए संस्थानों को बंद कर दिया। जनहितैषी होने का राग अलापने वाली वर्तमान सुक्खू सरकार ने अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि हिमकेयर योजना को सुक्खू सरकार ने इसलिए बंद किया, क्योंकि इसे जयराम सरकार ने शुरू किया है, ऐसा करके कांग्रेस ने राजनीतिक द्वेष भावना से कार्य करने की अपनी मंशा दर्शा दी है।
इंद्रदत्त लखनपाल ने कहा कि प्रदेश के भीतर और बाहर 292 अस्पतालों में हिमकेयर की सुविधा दी जा रही थी, जिनमें 141 निजी अस्पताल थे। हिमकेयर की सरकारर पर अभी भी 370 करोड़ की देनदारी लंबित है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार द्वारा जनता को सड़क, शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाएं देने के दावे खोखले साबित हो चुके हैं। जनता को भी अपनी गलती का एहसास होने लगा है तथा लोग अब जयराम सरकार के कार्यकाल को याद करने लगे हैं।
Post Views: 122