जापान में सीखेंगे हिमाचल के युवा खेतीबाड़ी, सरकार और जाइका के बीच एमओयू साइन: डॉ.सुनील चौहान

हिमाचल/विवेकानंद वशिष्ठ :- हिमाचल सरकार द्वारा प्रदेश में कृषि नवाचार और सतत प्रथाओं को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल के तहत फसल विविधी करण प्रोत्साहन परियोजना के लाभान्वित परिवारों में से 150 युवा किसानों को जापान में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कृषि प्रशिक्षण प्राप्त होगा

150 युवा प्रशिक्षण के लिए जाएंगे जापान

 हिमाचल के युवा अब जापान जाकर खेतीबाड़ी सीख सकेंगे। सरकार और जाइका के बीच एक एमओयू साइन हुआ है। इसमें युवा किसानों को सशक्त बनाने के लिए 150 युवाओं को जापान में कृषि प्रशिक्षण के लिए भेजा जाएगा। कार्यक्रम के तहत युवा 3 से 5 साल तक प्रशिक्षण ले पाएंगे। युवाओं को इसके लिए उचित मानदेय भी दिया जाएगा।

हिमाचल के युवा किसानों के सशक्तिकरण के लिए: 150 युवा जापान में कृषि प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे

इस कार्यक्रम के तहत तकनीकी प्रशिक्षण भी इन युवाओं को दिया जाएगा। इससे युवाओं के कौशल व ज्ञान में वृद्धि होगी, जिससे रोजगार क्षमता व करियर की संभावनाएं बढ़ेगी। 3 वर्ष की अवधि पूरी होने के बाद इंटर्न विशिष्ट कुशल कार्यकर्ता वीजा के माध्यम से जापान में नौकरी जारी रखने का अवसर प्राप्त कर सकते हैं।

इसको लेकर कृषि मंत्री प्रो. चंद्र कुमार के कार्यालय में हिमाचल कौशल विकास निगम तथा हिमाचल फसल विविधीकरण प्रोत्साहन परियोजना के बीच एमओयू हुआ। प्रदेश कौशल विकास निगम की ओर से प्रबंध निदेशक गंधर्वा राठौड़ तथा फसल विविधीकरण प्रोत्साहन परियोजना की तरफ से परियोजना निदेशक डॉ. सुनील चौहान ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। यह समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षण कृषि मंत्री प्रो. चंद्र कुमार तथा नगर एवं ग्राम नियोजन मंत्री राजेश धर्माणी की मौजूदगी में हुए। इस मौके पर सचिव कृषि डॉ. सी. पॉलरासु ने

कहा कि प्रदेश सरकार की इस अनूठी पहल के तहत जाइका परियोजना के तहत गांव के किसानों के युवा बच्चों को विश्व के सबसे विकसित देशों में से एक जापान में जाकर कृषि तथा कृषि से संबंधित विभिन्न क्षेत्रों में एक इंटर्न के नाते कार्य करने तथा आधुनिक तकनीकों में प्रशिक्षित होने का मौका मिलेगा

युवाओं में ये होनी चाहिए योग्यता

जापान में प्रशिक्षण के लिए वे युवा पात्र होंगे, जिनकी आयु 18 से 30 वर्ष होगी तथा जिन्होंने कम से कम 12वीं कक्षा की शिक्षा पूरी की हो। उन्हें चिकित्सा और पृष्ठभूमि की जांच को पास करना होगा और जापानी भाषा कक्षाओं में भाग लेना होगा।

इंटर्न पूरी होने के बाद जापान में ही कर सकेंगे नौकरी