शिमला/विवेकानंद वशिष्ठ :- एसएफआई विश्वविद्यालय इकाई ने ज्ञापन के माध्यम से मांग रखी है जो हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय को केंद्र सरकार द्वारा 100 करोड़ का बजट पारित किया गया है उस बजट को छात्रों की मूलभूत सुविधाओं के लिए खर्च किया जाना चाहिए इस बजट की पहली किश्त 2 करोड़ रूपए हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय को मिल चुके हैं।
विश्वविद्यालय को 55 वर्ष पूरा हो जाने के बाद भी आज विश्वविद्यालय में छात्रों को पानी की समस्या, खान की गुणवत्ता, सभी छात्रों को हॉस्टल न मिलना और बसों की समस्याओं से जूझना पड़ रहा है। 22 जुलाई 1970 को जब विश्वविद्यालय की नींव रखी गई थी तो उसका उद्देश्य यह था कि हिमाचल प्रदेश के हर छात्रों तक शिक्षा मिल सके।
आज विश्वविद्यालय के हालात यह हो चुके हैं कि लगातार विश्वविद्यालय शोध के स्तर में गिरता जा रहा है। विश्वविद्यालय में एग्जाम हॉल की व्यवस्था नहीं है । इसके साथ सेंट्रल हीटिंग सिस्टम की व्यवस्था भी नहीं की गई है , जिसकी मांग SFI लंबे समय से कर रही है। विश्वविद्यालय में कई दफा बजट एलोकेट किया जाता है ,पर वो केवल कागजों तक ही सीमित है ।
एसएफआई हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय इकाई लगातार अपनी स्थापना दिवस 1978-79 से लगातार छात्रों को लामबंद करते हुए मूलभूत सुविधाओं के लिए संघर्ष कर रही है। इसके साथ कई अन्य मुख्य मांगे है । लाइब्रेरी के अंदर सीटिंग कैपेसिटी बड़ाने का कार्य विश्वविद्यालय प्रशासन को करना चाहिए । जिसके लिए अभी कोई इनिटिएट नही लिया है । और विश्वविद्यालय के पब्लिक टॉयलेट की खस्ता हालत है । जिसके चलते छात्रों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है ।
आज विश्वविद्यालय को बने हुए 55 साल हो गए हैं परंतु अभी भी छात्र अपनी मूलभूत सुविधाओं के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन से गुहार लगा रही है । आज लगभग 3000 छात्र इस विश्वविद्यालय में पढ़ाई कर रहा है । पर केवल 800 के करीब छात्रों की ही लाइब्रेरी में बैठने की सुविधा है । SFI की मांग है की आर्ट्स डिपार्टमेंट में अलग से लाइब्रेरी की व्यवस्था की जाए ।
एसएफआई की यह भी मांग है की बॉयज हॉस्टलों की संख्या बढ़ाई जाए और सभी हॉस्टलों में स्टडी रूम की व्यवस्था की जाए।इसके साथ ही मणिकरण हॉस्टल को बनाने का कार्य भी शुरू किया जाना चाहिए।
इसके साथ-साथ एसएफआई हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय इकाई की अन्य मांग यह भी है की विश्वविद्यालय के अंदर बॉयज और गर्ल्स कॉमन रूम की व्यवस्था होनी चाहिए ।
एसएफआई हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय इकाई केंद्र सरकार से अपील करती है कि जो 100 करोड़ का बजट विश्वविद्यालय को दिया गया है उस बजट की बाकी पैसे भी जल्दी से जल्दी विश्वविद्यालय प्रशासन को सौंप दे ताकि विश्वविद्यालय के अंदर छात्रों की मूलभूत सुविधाओं के लिए काम शुरू किया जा सके।
इसके साथ ही सभी छात्र समुदाय से अपील करती है कि आने वाले समय में विश्वविद्यालय को बचाने की लड़ाई में एसएफआई का साथ दें ।