सेवा और समर्पण की अनोखी मिसाल: डॉ. सुरेंद्र डोगरा

हमीरपुर/विवेकानंद वशिष्ठ  :-   निस्वार्थ भाव सेवा संगठन के प्रमुख डॉ. सुरेंद्र डोगरा ने आज एक बार फिर समाज सेवा की अनमोल मिसाल प्रस्तुत की है। उन्होंने सुजानपुर में एक निःशुल्क स्वास्थ्य चिकित्सा शिविर का आयोजन किया, जिसमें लगभग 150 से अधिक लोगों को अपनी सेवाएं प्रदान कीं। इस प्रयास ने न केवल स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक सकारात्मक बदलाव लाया, बल्कि सेवा और समर्पण की नई परिभाषा भी दी।
 सेवा भाव का अर्थ है बिना किसी स्वार्थ के, पूर्ण आत्मसमर्पण के साथ दूसरों की सहायता करना। डॉ. डोगरा ने इस भावना को अपने कार्यों के माध्यम से जीवित किया है। वे बिना किसी प्रतिफल की अपेक्षा किए, केवल मानवता की सेवा में लगे रहते हैं। उनकी यह निःस्वार्थ भाव सेवा संगठन में सहानुभूति और परोपकार का आदर्श प्रस्तुत करती है।
डॉ. सुरेंद्र डोगरा को यह गुण स्वाभाविक रूप से प्राप्त हुए हैं, और उनके समर्पण का सम्मान करना न केवल उनके काम की सराहना करना है, बल्कि समाज के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करना भी है। सुजानपुर के लोग वास्तव में भाग्यशाली हैं कि उन्हें ऐसे व्यक्ति का साथ मिला है, जो अपनी सेवाओं से उनकी ज़िंदगियों में सकारात्मक परिवर्तन ला रहा है।
इस नेक कार्य के लिए हम डॉ. सुरेंद्र डोगरा की सराहना करते हैं और उनके लंबी आयु और अच्छे स्वास्थ्य की कामना करते हैं। उनकी इस सेवा यात्रा में हम सबका समर्थन और आशीर्वाद उनके साथ है, ताकि वे समाज की सेवा में और भी ऊँचाइयों को छू सकें।