हमीरपुर (लम्बलू)/विवेकानंद वशिष्ठ :- हमीरपुर के लम्बलू नजदीक सरलीं स्थिति उत्तरी भारत का सबसे प्रसिद्ध शनि देव मंदिर उपेक्षा का दंश झेल रहा है। मंदिर हर माह गाढ़ी कमाई तो कर रहा लेकिन यहां के हाल बेहाल होते का रहे हैं ।
शनि मंदिर के हाल बेहाल
लाखों की कमाई फिर भी न रंग न पुताई
रात में छाया रहता है घना अंधेरा
आलम ये हैं की मूर्तियों का रंग निकल गया है..शाम होते ही मंदिर परिसर अंधेरे में डूब जाता है. स्थानीय लोगों विनोद, देशराज, राजीव, अरुण, कपिल, संजय चंद का कहना है कि शाम होते ही मंदिर अंधेरे में डूब जाता है। शाम के समय आरती के बाद पूरे मंदिर परिसर की लाइटें बंद हो जाती है।
इतना ही नहीं रास्तों पर भी अंधेरा पसर जाता है। केवल मंदिर के बाहर लगी एक मात्र लाइट जलती रहती है, कभी कभी वह भी बंद ही नजर आती है। लोगों का कहना है कि ये मंदिर हमारी आस्था का सबसे बड़ा स्थल है, शाम होते ही इसका अंधेरे में डूब जाना आस्था को ठेस पहुंचाता है। जो श्रद्धालु देर शाम मंदिर में दर्शन करना चाहते हैं उन्हें मन्दिर बंद देख लौट जाना पड़ता है।
उन्होंने बताया कि जब से इस मंदिर का प्रशासन ने अधिग्रहण किया है, तब से मंदिर का विकास रुक गया है. यहां के लोगों ने मंदिर के विकास को जो सपने संजोय थे उन्हें विकास के पंख नहीं लग पाएं है। उनका ये भी कहना है कि जो काम मंदिर कमेटी ने करवाएं उसके बाद यहां विकास के नाम पर एक भी ईंट नहीं लगी ।
जो लाखों रूपए खर्च करके मूर्तियां मंदिर परिसर में बनी हुई हैं वे रंग रोबन के बिना खराब होती जा रही हैं। जो दूर से देखने में काफी भद्दी नजर आती हैं. यही नहीं मंदिर परिसर को जाने वाली सड़क किनारे जो लाईटें लगाई गईं थीं वो भी अक्सर बंद रहती है। स्थिति यह है कि मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं समेत राहगीरों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि ये मंदिर लोगों की आस्था का सबसे बड़ा केंद्र है, लेकिन अब सरकार के लिए ये मात्र कमाई का जरिया बन गया है, अब न तो यहां कोई बड़ा धार्मिक आयोजन होता है और ना ही भागवत कथा महोत्सव।
आलम ये है कि इस मंदिर में लोग देव आस्था से कम लेकिन ग्रह शांति और साढ़ेसाती से बचने के लिए मजबूरन आते हैं। स्थानिय लोगों ने प्रशासन से इस मंदिर की ओर ध्यान देने का आग्रह किया है. मंदिरों में मूर्तियों, लाइटों की दुरस्त करवाया जाए। इसके साथ ही लोगों ने ये भी मांग की है मंदिर में आने वाले श्रधालुओं के लिए पर्याप्त सुविधाएं तैयार की जाए, ताकि उन्हें परेशानी न झेलनी पड़े।
एस.डी.एम. हमीरपुर ने कहा कि मंदिर की कुछ वायरिंग खराब है जिसकी वजह से आग लगने का डर है मंदिर कमेटी के अधिकारियों से उन खराब लाइटों एवं वायरिंग का एस्टीमेट मांगा गया है जैसे ही एस्टीमेट बनकर तैयार हो जाएगा। तब उनको जल्द ही ठिक कर दिया जाएगा।