शिमला/विवेकानंद वशिष्ठ :- अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय इकाई ने आज विश्वविद्यालय परिसर में गेस्ट टीचर पॉलिसी के विरोध में एक हस्ताक्षर अभियान चलाया। इस अभियान का उद्देश्य गेस्ट टीचर पॉलिसी को वापस लेने और स्थायी शिक्षकों की नियुक्ति की मांग को मजबूती से उठाया!
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय इकाई द्वारा गेस्ट टीचर पॉलिसी के विरोध में हस्ताक्षर अभियान चलाया
इकाई अध्यक्ष हनी शर्मा ने बताया कि पढ़ाई की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए स्थायी शिक्षकों की नियुक्ति अनिवार्य है। गेस्ट टीचर पॉलिसी से न केवल छात्रों की शिक्षा पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा, बल्कि इससे शिक्षकों के भविष्य पर भी अनिश्चितता बनी रहती है।
विश्वविद्यालय परिसर में हस्ताक्षर अभियान में लगभग 700 से 800 छात्रों ने भागीदारी को सुनिश्चित किया! विद्यार्थी परिषद ने यह अभियान हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के केंद्रीय पुस्तकालय मैं पढ़ने वाले छात्रों की सहभागिता करते हुए स्टूडेंट सेंटर पिंक पेटल पर चलाया!
जब से गेस्ट टीचर पॉलिसी का निर्णय यह प्रदेश सरकार ने लिया है तब से हम देखते हैं पूरे प्रदेश भर में हजारों छात्र सड़कों पर उतरा है और इस गेस्ट टीचर पॉलिसी का विरोध कर रहे हैं और इस पॉलिसी को तुरंत वापस लेने को प्रदेश सरकार को बोल रहे हैं और नियमित स्थाई रोजगार की यह प्रदेश सरकार से मांग कर रहे हैं विद्यार्थी परिषद ने भी पूरे प्रदेश भर में इस गेस्ट टीचर पॉलिसी के विरोध में सभी जिलों में धरना प्रदर्शन किया और और प्रदेश सरकार इस निर्णय को वापस नहीं लेती है तो विद्यार्थी परिषद हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश में और उग्र आंदोलन करेगी।
हम देखते हैं जब से यह सरकार प्रदेश में आई है हिमाचल प्रदेश में 419 स्कूलों को मर्ज किया और 99वें स्कूल बंद कर दिए। और कॉलेज के बारे में बात करें तो 24 कॉलेज बंद कर दिए गए। सत्ता में आते ही कितने रोजगार खत्म करने का प्रदेश सरकार ने काम किया। यह पहली सरकार ऐसी है। जिन्होंने रोजगार खत्म करने का काम किया। रोजगार के नाम पर आउटसोर्स की भर्ती के जरिए छात्रों को ठगने का काम कर रही है। विद्यार्थी परिषद ने प्रदेश सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि प्रदेश सरकार अगर जल्द से जल्द इस गेस्ट टीचर पॉलिसी को वापस नहीं लेती है और छात्र विरोधी निर्णय लेते रहेगी तो विद्यार्थी परिषद हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में उग्र से उग्र आंदोलन करेगी इसकी जिम्मेदारी प्रदेश सरकार की होगी।
अभियान के दौरान छात्रों, शिक्षकों और अन्य हितधारकों ने बड़ी संख्या में हस्ताक्षर कर इस मुहिम को समर्थन दिया। एबीवीपी के इकाई अध्यक्ष [ हनी शर्मा] ने कहा कि यदि प्रशासन हमारी मांगों को गंभीरता से नहीं लेता है, तो संगठन आंदोलन को और तेज करेगा।
उन्होंने प्रशासन से मांग की कि गेस्ट टीचरों की नियुक्ति के स्थान पर स्थायी शिक्षकों की भर्ती की प्रक्रिया को जल्द से जल्द शुरू किया जाए, ताकि छात्रों की पढ़ाई में किसी भी प्रकार की रुकावट न आए।