शिमला/विवेकानंद वशिष्ठ :- हिमाचल प्रदेश शिक्षक कल्याण संघ (हपुटवा) के नेतृत्व में हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला के शिक्षकों ने लगातार सातवें दिन भी काले रिबन लगा कर प्रदेश सरकार की शिकायत एवं शिक्षा विरोधी नीतियों का विरोध किया । हपुटवा ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रसाशन ने कार्यकारी परिषद की बैठक में 2010 के तहत् शिक्षकों की प्रमोशन की प्रक्रिया को जारी करने की बात कह दी है ।
हपुटवा का मानना है कि 2018 रेगुलेशन के तहत् भी प्रमोशन प्रक्रिया को हरी झण्डी देनी चाहिए । जब तक ऐसा नहीं किया जाता हपुटवा अपना प्रदर्शन जारी रखेगी । इसके साथ साथ हपुटवा ने कहा कि शिक्षकों के लिये 1997 के बाद कोई भी नया रिहायशी मकान नहीं बनाये गये हालात यहाँ तक ख़राब हैं कि 208 सह आचार्य हैं और सह आचार्यों के केवल 8 रिहायशी मकान हैं
विश्वविद्यालय के पास कैंपस में जगह और PM USHA के तहत् पैसा भी है इसलिए हमारी माँग है कि जल्द दो भवनों का निर्माण होना चाहिए जिससे लंबे समय से लंबित अध्यापकों की इस माँग को पूरा किया जा सके । उपाध्यक्ष डॉ योगराज एवं कोषाध्यक्ष डॉ राम लाल की ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा 2016 के अनुसार नये वेतनमान का ऐरियर अभी तक लंबित हैं जिससे समस्त शिक्षक समुदाय रोष में है । उन्होंने बताया कि अगर इन माँगो को पूरा नहीं किया तो आने वाले समय में शिक्षक रोष स्वरूप एक दिन के धरने पर बैठेंगे ।