



हमीरपुर/विवेकानंद वशिष्ठ :- राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) का शताब्दी वर्ष इस विजयदशमी से प्रारंभ हो रहा है। इस अवसर पर गर्ली चौक मंदिर में 10 बजे से और बिझड़ी ताल स्टेडियम में दोपहर 2 बजे सभी स्वयंसेवक एकत्रित होंगे।
इसके उपरांत स्वयंसेवकों संघ के विचार वाले सभी संगठन के कार्यकर्ताओं द्वारा बाजार में भव्य पथ संचलन निकाला जाएगा।


यह आयोजन मात्र स्वयंसेवकों का नहीं, बल्कि प्रत्येक सनातनी प्रेमी, प्रदेश प्रेमी और राष्ट्र प्रेमी का है। समाज के हर वर्ग से अपील की जाती है कि इस ऐतिहासिक अवसर पर अपनी सहभागिता प्रदान करें और राष्ट्र निर्माण के इस महाअभियान का हिस्सा बनें।



राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना 1925 में विजयदशमी के दिन नागपुर में डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार जी द्वारा की गई थी। संघ ने अपने सौ वर्षों की यात्रा में निरंतर समाज जागरण, संगठन, सेवा और राष्ट्रभक्ति का संदेश दिया है।
आज संघ के कार्यकर्ता देशभर में शिक्षा, सेवा, सांस्कृतिक जागरण, सामाजिक समरसता और राष्ट्रहित के विभिन्न क्षेत्रों में सक्रिय रूप से कार्य कर रहे हैं।

संघ का मूल उद्देश्य है— व्यक्तित्व निर्माण के माध्यम से राष्ट्र निर्माण। छोटे-छोटे गाँवों से लेकर महानगरों तक शाखाओं के माध्यम से संघ ने संगठन की शक्ति का परिचय कराया है।
1925 से 2025 तक का यह सौ वर्षीय सफर समाज और राष्ट्र को नई ऊर्जा, दिशा और प्रेरणा देता आया है।
इस शताब्दी वर्ष का शुभारंभ विजयदशमी से होकर आगामी वर्ष भर विविध कार्यक्रमों के माध्यम से होगा।
आप सभी से निवेदन है कि इस अवसर पर अपनी सहभागिता देकर इतिहास का हिस्सा बनें।
















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