जौनसार खत शैली के दोहा गाँव में बैठक का आयोजन, सदस्यों ने लिए महत्वपूर्ण निर्णय

जौनसार/देहरादून :-  खत शैली के दोहा गाँव में एक आम बैठक का आयोजन खत सैली के सदर स्याना  राजेन्द्र सिंह तोमर की अध्यक्षता में किया गया। बैठक में उपस्थित खत शैली के सभी गांवों के उपस्थित सभी गणमान्य सदस्यों द्वारा सर्वसम्मति से प्रमुख निर्णय लिये गये, जिनका विवरण इस प्रकार है-

सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि चालदा महाराज जी का दोहा से कचटा प्रस्थान, बारह खतो द्वारा तय किये गए कार्यक्रमानुसार, दो वर्ष के प्रवास उपरान्त जून 2026 में किया जाएगा।

दिनांक 13 दिसम्बर 2025 को ग्राम कचटा खत कोरू के गणमान्य व्यक्तियों का एक दल महाराज जी के कार्यक्रम की रूपरेखा तय करने हेतु दोहा आएगा।

 

 

सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि चालदा महाराज प्रवास यात्रा के अवसर पर एक पत्रिका का विमोचन किया जाएगा। इसके लिए सभी गणमान्य व्यक्ति अपने-अपने लेख सम्पादन मण्डल को उपलब्ध कराएँगे।

 

 

सर्वसम्मति से तय किया गया कि खत सैली के प्रत्येक गाँव में शादी-विवाह एवं शाही बधाई में पक्की दारू एवं बियर पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगी।

जो भी परिवार इस नियम का उल्लंघन करेगा, उसके विवाह अथवा बधाई कार्यक्रम में खतवासी सम्मिलित नहीं होंगे एवं ₹1,00,000 (एक लाख रुपए) का दंड उस व्यक्ति से लिया जाएगा।

 

बारिया के जाग में मौखी द्वारा बकरा, आटा, चावल एवं घरेलू कच्ची दारू दी जाएगी। मिठाई पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगी।

 

लड़कियों द्वारा दिया जाने वाला बकरा पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगा।

 

 

बारिया के जाग में परिवार द्वारा दिए जाने वाले रोहिणी भोज में मिठाई एवं फल दिए जा सकते हैं, परन्तु ड्राई-फ्रूट्स एवं गिफ्ट पैकेट नहीं दिए जाएंगे। साथ ही उपहार स्वरूप चाँदी का सिक्का देना भी प्रतिबंधित रहेगा।

 

 

शादी-विवाह समारोह में फास्ट-फूड जैसे चाऊमीन, मोमो, टिक्की, चाट आदि पर पूर्णतः प्रतिबंध रहेगा।

 

 

सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि शादी समारोह में महिलाओं द्वारा तीन प्रकार के गहने ही पहने जाएंगे—

1. नाक में फुली

2. कान में झुमकी या तूंगल

3. गले में कांडुडी या मंगलसूत्र

यह प्रतिबंध रोहिणी भोज में भी लागू रहेगा।