हमीरपुर/विवेकानंद वशिष्ठ :- हमीरपुर कांग्रेस के जन जागरण अभियान के तहत डॉ पुष्पेंद्र वर्मा ने ग्राम पंचायत अमरोह के चुनाहल गांव में नुक्कड़ सभा की ।इस सभा में उन्होंने लोगों को बताया कि केंद्र में बैठी भाजपा सरकार का प्रत्येक निर्णय आम जनमानस के हित से कोसों दूर है और इसे केवल बड़े-बड़े व्यापारिक घरानों को फायदा हो रहा है।
उसकी वजह से पूरे भारतवर्ष की आर्थिकी कुछ चंद परिवारों के हाथों में आ गई है जबकि मोदी जी अपनी पीठ थपथपा रहे हैं कि वह 80 करोड लोगों को मुफ्त अनाज दे रहे हैं जो कि स्पष्ट साबित कर रहा है कि मोदी सरकार की नीतियां जन विरोधी हैं, जिसकी वजह से देश के अंदर प्रतिदिन गरीबी बढ़ती जा रही है और और आम जनमानस का शोषण हो रहा है, महंगाई आसमान छू रही है, पेट्रोल डीजल के दाम ₹100 से भी ज्यादा हो रहे हैं, डॉलर का रेट प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है जिसको कम करने की डींगें प्रधानमंत्री मोदी जी 2014 से पहले मारा करते थे।
डॉक्टर पुष्पेंद्र वर्मा ने लोगों से आह्वान किया कि वह बीजेपी के नेताओं से पूछे कि कहां गए वह 2 करोड़ रोजगार प्रतिवर्ष ,कहां गए वह 15 -15 लाख रुपए जो हर एक के अकाउंट में आने थे इसके अलावा उन्होंने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री आम परिवार और गांव से निकले हुए व्यक्ति हैं और उनका प्रत्येक फैसला आमजन के लिए है।
चाहे वह दुर्घटना में गिरे हुए मकान की राहत राशि 130000 से बढ़ाकर 7 लाख करना, दुर्घटना में गाय /भैंस की मौत हो जाने पर राहत राशि को 4500 रुपए से 55 हजार रुपए करना, एकल नारी और विधवाओं को 6 मरला जमीन व ₹3 लाख गृह निर्माण के लिए घोषित करना, यह सारे के सारे फैसले आम जनता से जुड़े हैं और सबसे बड़ा फैसला प्रदेश के अनाथ बच्चों को सरकार के बच्चे घोषित करना और उनके लिए सुख आश्रय जैसी योजना लाकर ताकि वह अपना जीवन संवार सके ,उच्च शिक्षा प्राप्त कर सकें और अपना खुद का घर बना सकें ।
ऐसी योजनाएं प्रदेश में कुछ खनन माफिया और भूमाफिया नेताओं को पसंद नहीं आ रही थी और उन्होंने माननीय मुख्यमंत्री जी की कुर्सी को हिलाने की कोशिश की और मुंह की उनको खानी पड़ी। जनता से भी उन्होंने अपील की के ऐसे धोखेबाज नेताओं को जिनका ना कोई ईमान है, ना कोई अपना स्टैंड है, ऐसे लोगों को प्रदेश की राजनीति से बाहर करें।
इस मौके पर उनके साथ पूर्व बीडीसी श सिकंदर , विक्रम पुरुषोत्तम गुलेरीया और मनोनीत पार्षद हर्ष कालिया व अन्य गण मान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।