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राज राजेश्वरी शिक्षा महाविद्यालय में नीनू बाला द्वारा फैकल्टी ऐक्टेंशन लेक्चर दिया गया।

हमीरपुर/विवेकानंद वशिष्ठ :-   राज राजेश्वरी शिक्षा महाविद्यालय भोटा में फैकल्टी ऐक्टेंशन लेक्चर की श्रंखला को जारी रखते हुए नीनू बाला द्वारा फैकल्टी ऐक्टेंशन लेक्चर दिया गया। नीनू बाला के व्याख्यान का विषय भारतीय महान साहित्यकार रविंद्रनाथ टैगोर था।

 

उन्होंने रविंद्रनाथ टैगोर के जीवन तथा उपलब्धियों पर विस्तार पूर्वक प्रकाश डाला। उन्होंने एक कवि, लेखक, नाटककार, संगीतकार, दार्शनिक, समाज सुधारक और चित्रकार के रूप में काम किया। रविंद्रनाथ टैगोर को गुरूदेव के नाम से भी जाना जाता है यह उपाधी उन्हें महात्मा गांधी जी ने प्रदान की थी।

 

उन्होंने बताया कि रविंद्रनाथ टैगोर ने आठ वर्ष की आयु में अपनी पहली कविता भानूसिम्हा लिख दी थी। रविंद्रनाथ टैगोर की महान पुस्तक गीतांजली के लिए उन्हें 1913 में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया। साहित्य के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार जीतने वाले वो अकेले भारतीय थे।

 

गुरूदेव बहुआयामी प्रतिभा वाली शख्सियत थे। रविंद्रनाथ टैगोर ने 1901 में शांति निकेतन की स्थापना की थी वह आगे चलकर विश्व प्रसिद्व महाविद्यालय बना। रविंद्रनाथ टैगोर के जीवन के व्याख्यान को सभी छात्रों तथा अध्यापकों ने ध्यानपूर्वक सुना तथा अपने जीवन में उनकी बातों को ढालने का प्रण लिया। इस अवसर पर बीएड व डीएलएड के सभी प्रशिक्षु अध्यापक व संपूर्ण स्टॉफ उपस्थित रहा।