शिमला/विवेकानंद वशिष्ठ :- हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय पेंशनर्ज. संघ ने विश्वविद्यालय में कर्मचारी संयुक्त समन्वय समिति द्वारा अपनी मांगों के लिए 19 जुलाई से शुरू किए गए आन्दोलन को अपना भरपूर समर्थन देने का ऐलान किया है। उन्होंने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से जानकारी दी है कि विश्वविद्यालय में स्थायी कुलपति की नियुक्ति न होने, वित्त समिति की नियमित बैठकें न होने एवं 400 से अधिक रिक्त पड़े गैर-शिक्षकों के पदों को न भरने के कारण विश्वविद्यालय की कार्यप्रणाली पूरी तरह से चरमरा चुकी है।
उन्होंने कहा कि पेंशनर्ज़ को सेवानिवृति उपरान्त देय वित्तीय लाभों को भी विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा बेवजह लटकाया जाता रहा है तथा सेवानिवृति उपरान्त उन्हें बुढ़ापे में अपने हर लाभ के लिए न्यायालय का दरवाजा खटखटाना पड़ रहा है।
उन्होंने प्रदेश सरकार एवं विश्वविद्यालय प्रशासन से मांग की है कि कर्मचारियों की मांगों पर गम्भीरतापूर्वक विचार कर उनका निदान किया जाए तथा विश्वविद्यालय में जल्द स्थायी कुलपति की नियुक्ति कर दी जाए ताकि विश्वविद्यालय के विकास को गति मिले । उन्होंने कहा है कि यदि जल्द कर्मचारियों की समस्याओं का निदान नहीं किया गया तो पैंशनर्ज संघ भी कर्मचारी वर्ग के साथ मिल कर आन्दोलन में शामिल होगा।