बच्चों को नशों सभ्यता संस्कृति और गुरु जनों के मान सम्मान के बारे किया जागरूक : डां. सुरेंद्र डोगरा 

हमीरपुर/विवेकानंद वशिष्ठ :- सीनियर सैकेंडरी स्कूल जंगल बेरी में चल रहे सात दिवसीय एनएनएस कैंप के समापन समारोह मे दिन आदर्श प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जंगलबैरी के इंचार्ज व हमीरपुर मेडिकल ऑफिसर एसोसिएसन के अध्यक्ष डॉक्टर सुरेंद्र सिंह डोगरा ने बच्चों को नशे और सामाजिक उत्थान के बारे जागरूक किया।

 

ड्रग्स का सेवन हो सकता हैं जानलेवा! जब कोई भी नशे का अधिक सेवन करता है, तो उसके मोटर स्किल्स, मनोदशा में बदलाव, मेमोरी लॉस और स्पष्ट रूप से सोचने और समस्याओं को हल करने में परेशानी हो सकता हैं। ये सामान्य अल्पकालिक दुष्प्रभाव हैं।

 

नशा मस्तिष्क में डोपामिन के स्तर में भी गिरावट लाता हैं, जिससे उनके व्यवहार में काफी बदलाव आ जाता हैं। नशे के मस्तिष्क पर कई दीर्घकालिक दुष्प्रभाव भी होते हैं, जो विशेष रूप से उन व्यक्तियों में प्रचलित हैं जो ब्रेन के पूरी तरह से विकसित होने से पहले ही इसका सेवन करने लगते हैं।

 

डॉ सुरेंद्र डोगरा ने कहा एनएसएस का आदर्श वाक्य “नॉट मी, बट यू” है। एक एनएसएस स्वयंसेवी ‘स्वयं’ से पहले ‘समुदाय’ को स्थान देता है। यह शिक्षा के तीसरे आयाम का हिस्सा है। शैद्धान्तिक शिक्षा के साथ निरंतर व्यावहारिक समाजोपयोगी शिक्षा देने में विश्वविद्यालय कितना सक्रिय है, कितना सक्षम है वह एन एस एस की सफलता में निहित है।

 

राष्ट्रीय सेवा योजना का आदर्श वाक्य है “मैं नहीं, बल्कि आप”

बैज में लाल रंग एनएसएस स्वयंसेवकों द्वारा प्रदर्शित ऊर्जा और भावना को दर्शाता है। नीला रंग ब्रह्मांड का प्रतीक है जिसका एनएसएस एक हिस्सा है।

NSS प्रोग्राम ऑफिसर वीरेंद्र कुमार और जितेंद्रा ठाकुर के वाइस प्रिंसिपल दिनेश, विनोद कुमार, बेनी चंद, कमलजीत, विजय कुमार,और स्वयं सेवियों ने डॉक्टर सुरेंद्र सिंह डोगरा का स्कूल पहुंचने पर स्वागत किया। इस मौके पर , हेल्थ वर्कर रूचि राणा, और सौरव ठाकुर उपस्थित थे।