शिमला/विवेकानंद वशिष्ठ :- एसएफआई राज्य कमेटी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश में राष्ट्रीय छात्रवृति योजना के अंतर्गत मिलने वाली छात्रवृति की आवेदन करने की अंतिम तारीख 18 दिसंबर थी और जिन छात्रों के आवेदन में कोई त्रुटि या अनियमता आई थी उनके आवेदन में सुधार करने की तिथि 28 दिसंबर थी। लेकिन हिमाचल प्रदेश की भौगोलिक स्थिति व संचार की स्थिति ठीक न होने के कारण कुछ छात्र उसे ठीक नहीं कर पाए थे।
राज्य अध्यक्ष अनिल ठाकुर का कहना था कि हिमाचल प्रदेश के शिक्षा विभाग में पीजी की कक्षाएं 19 नवंबर से लगी थी और पीजी कक्षाओं की तीसरी सूची 26 नवम्बर को आई थी। जिसके चलते शिक्षा विभाग का सत्र देरी से शुरू हुआ।
उनका कहना था कि शिक्षण संस्थान से त्रुटिपूर्ण आवेदन को ठीक करने से दो दिन पहले हमारे पूर्व प्रधानमंत्री के निधन के चलते सभी शिक्षण संस्थानों में अवकाश घोषित कर दिए जिसके चलते छात्र शिक्षण संस्थान के स्तर पर अपनी त्रुटियों को ठीक नहीं कर पाए।
इस मुद्दे पर SFI राज्य उपाध्यक्ष सन्नी सेकटा ने कहा कि शिक्षण संस्थान के स्तर पर अगर छात्रवृति आवेदन सत्यापित नहीं हुए तो कई छात्र जो अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति से संबंध रखते है वो छात्रवृति लेने से वंचित रह जाएंगे।
अत: SFI ने हिमाचल प्रदेश शिक्षा निदेशालय निर्देशक के समक्ष यह मांग रखी कि शिक्षण संस्थानों में छात्रवृति के सत्यापन की तिथि को आगे बढ़ाया जाए। इस पर हिमाचल प्रदेश शिक्षा निदेशालय के निर्देशक ने कहा कि छात्रों की इस मांग के ऊपर संज्ञान लिया जाएगा और छात्रवृति के सत्यापन की तिथि को दो दिन के लिए कार्यरत दिन के लिए बढ़ाया जाएगा।