

हमीरपुर/विवेकानंद वशिष्ठ :- उपायुक्त एवं जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) के अध्यक्ष अमरजीत सिंह ने आने वाले गर्मी के सीजन के दौरान वनों में आग की घटनाओं को रोकने और जिला में कहीं पर भी आग लगने पर उसे तुरंत नियंत्रित करने की तैयारियों के संबंध में वीरवार को डीडीएमए, वन विभाग, होमगार्ड्स एवं अग्निशमन, राजस्व विभाग, ग्रामीण विकास और अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक की।


वन संपदा को आग से बचाने के लिए डीसी ने सभी जिलावासियों से भी की सहयोग की अपील


इस अवसर उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों से कहा कि वे जिले में आग की आशंकाओं वाले संवेदनशील स्थानों को पहले से ही चिह्नित करके रखें और इनकी सूची डीडीएमए तथा अग्निशमन विभाग के साथ साझा करें। अग्निशमन विभाग भी जिले भर के संवेदनशील क्षेत्रों के हाइड्रेंटों को चैक करे और खराब हाइड्रेंटों की मरम्मत तथा नए हाइड्रेंटों के निर्माण के लिए चिह्नित स्थानों की सूची डीडीएमए एवं जल शक्ति विभाग को भेजें। उन्होंने जिले में सभी जलस्रोतों, तालाबों और सरोवरों की मैपिंग करने के निर्देश भी दिए।



उपायुक्त ने कहा कि कई लोग खेतों और घासनियों की सफाई के दौरान आग लगा देते हैं, जिससे वन संपदा और पर्यावरण का भारी नुक्सान होता है। इसके प्रति आम लोगों को जागरुक करने के लिए भी विशेष अभियान चलाया जाएगा। इसमें कला जत्थों की मदद भी ली जाएगी। उन्होंने कहा कि पंचायत जनप्रतिनिधियों, आपदा मित्रों, महिला मंडलों, युवक मंडलों और अन्य सामाजिक संस्थाओं के कार्यकर्ताओं की मदद से पंचायत स्तर पर वालंटियर्स तैयार किए जाएंगे जोकि वनों की आग को रोकने में महत्वपूर्ण अदा कर सकते हैं।
उपायुक्त ने डीडीएमए, वन विभाग और ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग के अधिकारियों को अधिक से अधिक वालंटियर्स को सक्रिय करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि होमगार्ड्स एवं अग्निशमन विभाग और वन विभाग को अगर आवश्यक उपकरणों या अन्य संसाधनों की आवश्यकता है तो इनकी सूची तुरंत डीडीएमए को भेजें। बैठक में फायर सीजन से संबंधित अन्य प्रबंधों को लेकर भी व्यापक चर्चा की गई।
इस अवसर पर जिला राजस्व अधिकारी जगदीश सांख्यान ने फायर सीजन की तैयारियों का विस्तृत ब्यौरा प्रस्तुत किया। होमगार्ड्स के कमांडेंट विनय कुमार और अन्य अधिकारियों ने भी महत्वपूर्ण सुझाव रखे।


