शिक्षा बोर्ड के फैसले से खफा हुई प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन

हमीरपुर/विवेकानंद वशिष्ठ :-  हिमाचल प्रदेश संबंधता प्राप्त प्राइवेट स्कूल संघ की प्रेस कॉन्फ्रेंस आज हमीरपुर में प्रदेशाध्यक्ष जगजीत सिंह ठाकुर की अध्यक्षता में आयोजित हुई। इसमें उप शिक्षा निदेशक हमीरपुर के माध्यम से प्रारंभिक शिक्षा निदेशक, हिमाचल प्रदेश को एक ज्ञापन सौंपा गया।

भेदभाव पूर्ण नीति अपनाई तो छोड़ेंगे बोर्ड का साथ

संघ ने तीसरी, पांचवीं एवं आठवीं कक्षा की परीक्षाएं क्लस्टर एवं ब्लॉक स्तर पर करवाने के हालिया निर्णय का विरोध किया और इसे छात्रहित के विरुद्ध बताया।

 

संघ के पदाधिकारियों ने स्पष्ट किया कि हिमाचल प्रदेश में स्थित सभी स्कूलों को कक्षा 1 से 8 तक की संबद्धता शिक्षा विभाग से मिलती है, भले ही वे किसी भी बोर्ड से संबद्ध हों। ऐसे में यह नियम केवल हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड, धर्मशाला से संबद्ध स्कूलों पर ही क्यों लागू किया जा रहा है? यह भेदभावपूर्ण नीति न केवल निजी स्कूलों पर अनुचित दबाव बना रही है, बल्कि विद्यार्थियों के मानसिक तनाव को भी बढ़ा रही है।

 

 

इसी कारण आरटीई के तहत कक्षा 5 और 8 की बोर्ड परीक्षाएं पहले ही समाप्त की जा चुकी थीं।
संघ ने यह भी तर्क दिया कि मूल्यांकन प्रक्रिया में किसी भी तरह की गोपनीयता संभव नहीं है, क्योंकि सभी स्कूलों ने अपनी उत्तर पुस्तिकाएं अपने स्कूल के नाम से प्रिंट करवाई हैं। ऐसे में परीक्षाओं को केंद्रीकृत करना व्यर्थ है।

 

संघ ने मांग की कि पिछले वर्षों की तरह इस बार भी प्रत्येक स्कूल को अपने स्तर पर मूल्यांकन करने दिया जाए और विभाग इस तानाशाही फैसले को तुरंत वापस ले।

 

संघ के प्रदेशाध्यक्ष जगजीत सिंह ठाकुर ने चेतावनी दी कि यदि यह भेदभाव जारी रहा, तो कई निजी स्कूल हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड को छोड़कर अन्य शिक्षा बोर्डों से संबद्धता लेने के लिए मजबूर हो जाएंगे। संघ ने शिक्षा विभाग से अपील की कि निजी स्कूलों पर बार-बार नए नियम न थोपे जाएं और समान नीति लागू की जाए।

 

प्रेस कॉन्फ्रेंस में संघ के प्रदेश महासचिव देवराज वर्मा , कोषाध्यक्ष राजेश सिंह ठाकुर, ब्लॉक अध्यक्ष अनिल ठाकुर, तथा अन्य पदाधिकारी संजीव कुमार, विकास कुमार, रमेश कुमार, वीरेंद्र चौधरी, प्रताप वर्मा, निष्पक्ष भारती, संजीव राणा, कमलेश कुमारी, नीलम कुमारी सहित अनेक स्कूल प्रबंधक उपस्थित रहे।

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