रैगिंग के खिलाफ कठोर कदम उठाए सरकार – मनीष बिरसांटा

शिमला/विवेकानंद वशिष्ठ :-   अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद अपने स्थापना काल से ही राष्ट्रहित, समाजहित, और छात्रहित के लिए मांग उठाने का काम करती आई है। साथ ही साथ समाज में हो रहे अपराधो के खिलाफ आवाज़ बुलंद करती आई है।

मेडिकल कॉलेज में बढ़ती रैगिंग शर्मानक : एबीवीपी

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद प्रदेश सह मंत्री मनीष बिरसांटा ने बयान जारी करते हुए कहा की मेडिकल कॉलेज नाहन में कुछ दिन पहले एक घटना घटती है जिसमें वहां के छात्रों के द्वारा ही अपने जूनियर छात्रों पर रैगिंग करने का आरोप सामने आया है। हम देखते हैं की हिमाचल प्रदेश का युवा नशे की चपेट में धीरे-धीरे कैद होते जा रहा है ।

 

साथ ही साथ शिक्षण संस्थानों में ऐसी रैगिंग जैसी घटनाएं भी छात्रों के लिए एक अभिशाप की तरह है। अतः प्रदेश सरकार के द्वारा ऐसे कृत्यों के खिलाफ कठोर कानून एवं नियम बनाने की जरूरत है।

डॉ. वाई•एस• परमार मेडिकल काॅलेज नाहन के प्रधानाचार्य ने बताया कि 4 मार्च को वर्ष 2022 बैच के 9 छात्र एनाटॉमी विभाग के हाल में वर्ष 2023 बैच के छात्रों की रैगिंग में शामिल पाए गए। उन्होंने जूनियर छात्रों के साथ अभद्र भाषा का प्रयोग किया।

 

मामला संज्ञान आने के बाद जांच सलाहकार छात्र कल्याण की अध्यक्षता वाली कमेटी ने की थी। बाद में एंटी रैगिंग कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर छात्रों के खिलाफ कार्रवाई की गई। 45 दिन तक ये छात्र कक्षाओं में नहीं आ सकेंगे। प्रत्येक छात्र को 50 हजार रुपये जुर्माना भी भरना पड़ेगा। इसके साथ ही एक साल तक उन्हें किसी भी खेल या साहित्यिक समारोह में भाग लेने की अनुमति नहीं दी जाएगी।

ए•बी•वी•पी• प्रदेश सह मंत्री मनीष बिरसांटा ने कहा की मेडिकल कॉलेज के रैगिंग सैल को ऐसे कृत्यों के खिलाफ ठोस नियम बनाने की जरूरत है साथ ही साथ प्रदेश सरकार द्वारा ऐसे अपराधो के खिलाफ कड़े कदम लेने की जरूरत है एवं कड़े नियम बनाने की जरूरत है ताकि प्रदेश के किसी भी शिक्षण संस्थान में आने वाले समय में कभी भी ऐसे रैगिंग जैसे अपराध न घटे ।