Search
Close this search box.

डायरिया प्रभावित गांवों में सैंपलिंग-टैस्टिंग कर रहा जलशक्ति विभाग, सभी सैंपल ठीक पाए गए

हमीरपुर/विवेकानंद वशिष्ठ  :-  ग्राम पंचायत चमनेड, लंबलू, गसोता, बफड़ीं और बोहनी के कुछ गांवों में डायरिया के मामले सामने की सूचना मिलते ही जल शक्ति विभाग ने त्वरित कदम उठाए हैं।
विभाग के अधिशाषी अभियंता अनूप ठाकुर ने बताया कि विभाग के फील्ड कर्मचारी नियमित रूप से पानी की सैंपलिंग एवं टैस्टिंग कर रहे हैं और अभी तक सभी सैंपल सही पाए गए हैं।

अनूप ठाकुर ने बताया कि इस क्षेत्र में 31 मई को पहली बार डायरिया के मामले सामने आने पर विभाग ने त्वरित कदम उठाए थे। पहले दिन ही विभाग के फील्ड कर्मचारियों ने प्रभावित क्षेत्र से पानी के दो सैंपल लिए थे। इसी प्रकार, 2 और 3 जून को 4-4 सैंपल लिए गए। 4 जून को 7 सैंपल लिए गए। 5 और 6 जून को भी 4-4 सैंपल और 7 जून को 5 सैंपल लिए गए। ये सभी सैंपल सही पाए गए हैं। अधिशाषी अभियंता ने बताया कि 8 जून को लिए गए कुल 10 सैंपलों की रिपोर्ट अभी आनी बाकी है।

 

अधिशाषी अभियंता ने बताया कि डायरिया प्रभावित गांवों को उठाउ पेयजल योजना लंबलू, उठाउ पेयजल योजना कंगरू गसोता और उठाउ पेयजल योजना बारीं भलेड़ा से पानी की आपूर्ति होती है और इन पेयजल योजनाआंे के स्रोत गसोती खड्ड तथा गुडवीं खड्ड में हैं।

 

अनूप ठाकुर ने बताया कि 31 मई को डायरिया के मामलों की सूचना मिलते ही सहायक अभियंता, कनिष्ठ अभियंता और विभाग के फील्ड कर्मचारियों को त्वरित कदम उठाने के निर्देश दिए गए। अधिशाषी अभियंता ने स्वयं पेयजल योजनाओं के स्रोतों, ट्रीटमेंट प्लांट और स्टोरेज टैंकों का निरीक्षण किया तथा दो दिनों तक पानी की सुपर क्लोरिनेशन भी करवाई।

 

अनूप ठाकुर ने बताया कि सहायक अभियंता, कनिष्ठ अभियंता और फील्ड कर्मचारी स्वास्थ्य विभाग की टीमों के साथ प्रभावित गांवों में जाकर सैंपलिंग-टैस्टिंग के साथ-साथ लोगों को घरों की टंकियों की सफाई करने की सलाह भी दे रहे हैं।
अधिशाषी अभियंता ने सभी क्षेत्रवासियों से अपील की है कि वे जलस्रोतों की स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें तथा घरों में टंकियों की नियमित रूप से सफाई करें।