6 उप चुनावों मे मिली हार से बखौलाये भाजपा नेता अब खो चुके है मानसिक संतुलन: प्रेम कौशल 

हमीरपुर/विवेकानंद वशिष्ठ :- हिमाचल की कांग्रेस सरकार को गिराने के षड्यंत्र मे असफल हुए भाजपा के नेता अब मानसिक संतुलन खो चुके है! मजबूत बहुमत मे चल रही सरकार के गिरने के ब्यान देने बाले भाजपा नेताओं की मानसिक स्तिथि खुद व खुद इस बात की गवाही दे रही है! यह बात रदेश कांग्रेस मुख्य प्रवक्ता प्रेम कौशल ने हमीरपुर मे आयोजित प्रेसवार्ता के दौरान कही।

 

भाजपा के कार्यकाल मे ही क्यों हो रहे है पेपर लीक मामले

 

कौशल ने कहा कि भाजपा नेता खास तौर पर प्रतिपक्ष नेता जयराम ठाकुर बार बार कांग्रेस सरकार गिरने के ब्यान दे रहे है, 6 उप चुनावों मे मिली हार के कारण जयराम ठाकुर सदमे है! उन्होंने कहा प्रदेश मे कांग्रेस सरकार 38 सीटों के साथ मजबूती से अपना काम कर रही है और 10 जुलाई के बाद यह आंकड़ा 41 होने बाला है लेकिन जयराम ठाकुर हर जगह सरकार गिरने की बात कर लोगों को गुमराह करने का असफल प्रयास कर रहे है!

 

उन्होंने कहा कि देवभूमि हिमाचल मे पिछले दिनों भाजपा के नेताओं ने जो षड्यंत्र रचा जनता ने उसका सीधा जबाब दिया है कि प्रदेश मे इस तरह के हथकंड़ों के लिए न तो कोई स्थान है और न ही प्रदेश की जनता धनवल की सियासत को पसंद करती है! ! कौशल ने कहा कि निर्दलीय के रूप मे जिस व्यक्ति को हमीरपुर की जनता ने अपना आशीर्वाद दिया था उसी व्यक्ति ने लोगों से विश्वासघात किया!

 

 

उन्होंने कहा आशीष कहते थे कि मुख्यमंत्री सुखू ने उनकी नहीं सुनी लेकिन अब कह रहे है कि उन्हें मंत्री बनाने का लालच दिया गया! उन्होंने कहा कि आशीष शर्मा के ब्यान ही आपस मे मेल नहीं खा रहे है! उन्होंने कहा आशीष शर्मा भाजपा की टिकट पर फिर विधायक बनने का सपना देख रहे है लेकिन विश्वासघात से दिलजले बनी हमीरपुर की जनता उन्हें सियासत से बाहर करने के लिए बेताब बैठी है!

 

 

एनआईटी पेपर लीक मामले पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि इस दुर्भाग्य पूर्ण घटना ने अंतराष्ट्रीय स्तर पर भी देश की साख को गिराया है! उन्होंने भाजपा पर सवाल उठाते हुए कहा कि देश मे नौकरियां बेचने व पेपर लीक के मामले आखिर भाजपा की सरकार मे ही क्यों होते है! उन्होंने सीधे आरोप लगाते हुए कहा कि जिस संस्थान को पेपर सेंटर चुना गया था धांधली का प्रकरण वहीं से शुरू हुआ!

 

 

इस संस्थान का मालिक भाजपा के दिग्गज नेताओं का चेहता माना जाता है और नेता के साथ उनके फोटो है! ऐसे मे इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि इस पेपर लीक प्रकरण को किसी सोची समझी सियासत के तहत भाजपा के संरक्षण मे अंजाम न दिया हो!

 

उन्होंने कहा जयराम सरकार के समय मे हमीरपुर कर्मचारी आयोग मे नौकरियां बेचने का काला अंधा शुरू हुआ और अब यह केंद्र तक पंहुच गया है जोकि आने बाले समय मे देश के भविष्य के लिए घातक सिद्ध होने बाला है! उन्होंने कहा जब कांग्रेस ने सांसद मे इस मुद्दे को उठाया तो कांग्रेस नेताओं के स्पीकर तक बंद कर दिए गए जोकि निदनीय है।