पुलिस ने शिकायत करने वालों को ही नोटिस जारी कर दिया, जो कि अन्याय हे : विश्व हिन्दू परिषद

शिमला/विवेकानंद वशिष्ठ :-   विश्व हिन्दू परिषद ने  सड़क पर खाद्य सामग्री पर थूकने, महिलाओं के साथ अभद्र व्यवहार, अवैध रेहड़ी फड़ी व्यवस्था व धार्मिक आधार पर भेदभाव संबंधी कार्रवाई हेतु ज्ञापन।

विश्व हिन्दू परिषद ने कहा कि एक धार्मिक सामाजिक संस्था के प्रतिनिधि होने के नाते, दिनांक 09.04.2025 को शिमला के मॉल रोड के साथ ग्रैंड होटल के पास घटी एक गंभीर घटना के विषय में यह ज्ञापन आपके समक्ष प्रस्तुत कर रहे हैं।

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उक्त दिन एक दुकानदार को खुले में बिक्री हेतु रखे गए चने पर थूकते हुए पाया गया। जब कुछ महिलाओं ने इसका विरोध किया तो उनके साथ अभद्र भाषा में व्यवहार किया गया।

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संबंधित महिलाओं ने अपनी सुरक्षा हेतु इस घटना का वीडियो रिकॉर्ड किया और नगर निगम के खाद्य सुरक्षा अधिकारी डॉ. सुनील शर्मा को उनके मोबाइल नंबर 91 89688 16364 पर कॉल कर मौके पर बुलाया एवं खाद्य नमूना एकत्र करने का आग्रह किया।

 

हमारे संज्ञान में यह भी आया है कि संबंधित दुकानदार न केवल खाद्य सुरक्षा का उल्लंघन कर रहा था, बल्कि वह बिना किसी वैध अनुमति के अवैध रूप से सड़क पर दुकान लगाए बैठा था।

हम इस ज्ञापन के माध्यम से निम्नलिखित महत्वपूर्ण बिंदुओं को माननीय सरकार के संज्ञान में लाना चाहते हैं:

1. उक्त दुकानदार सड़क पर अवैध रूप से दुकान लगाए बैठा था, जो नगर निगम की रेहड़ी-फड़ी नीति के उल्लंघन के अंतर्गत आता है।

2. मॉल रोड एवं अन्य क्षेत्रों में धर्म विशेष के लोगों द्वारा 10-10 अवैध दुकानों की भरमार है, जबकि हिन्दू समुदाय के युवाओं को सड़कों पर दुकान लगाने या ठेले लगाने पर तुरंत कार्यवाही की जाती है। यह सीधा धार्मिक भेदभाव है, जो भारतीय संविधान की धर्मनिरपेक्षता की भावना के विपरीत है।

3. प्रदेश सरकार द्वारा स्ट्रीट वेंडरों के लिए “रेशनलाइज़्ड पालिसी” लाने की बात कही गई थी, परंतु आज तक वह लागू नहीं हो सकी है। इससे व्यवस्था में पारदर्शिता का अभाव बना हुआ है।

4. यदि धर्म विशेष के लोग प्रशासन की शह पर सड़क पर दुकानें लगा रहे हैं, तो हिन्दू युवाओं को भी समान अवसर एवं स्थान उपलब्ध कराए जाने चाहिए।

5. उक्त “काली बाड़ी थूक कांड” के प्रत्यक्षदर्शियों द्वारा थाना सदर में लिखित शिकायत दी जा चुकी है, फिर भी अब तक कोई प्राथमिकी (FIR) दर्ज नहीं की गई है। हम मांग करते हैं कि जल्द से जल्द FIR दर्ज की जाए।

6. हमारे द्वारा किए गए विरोध के बदले पुलिस ने शिकायत करने वालों को ही नोटिस जारी कर दिया, जो कि न केवल अन्याय है बल्कि नागरिक स्वतंत्रता पर कुठाराघात है।

हम आपसे निवेदन करते हैं कि उपरोक्त सभी बिंदुओं पर गंभीरता से विचार करते हुएः

दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाए,

अवैध दुकानों को हटाया जाए,

• रेहड़ी-फड़ी नीति को पारदर्शी एवं न्यायसंगत बनाया जाए,

• हिन्दू युवाओं को स्वरोजगार हेतु समान अवसर दिए जाएं,

तथा घटना में पीड़ितों को संरक्षण एवं न्याय प्रदान किया जाए।