हमीरपुर/विवेकानंद वशिष्ठ :- नीट यूजी परीक्षा का रिज्लट घोषित होने के बाद से ही एनटीए विवादों के घेरे में आ गया है। देशभर से रिजल्ट में गड़बड़ी के आरोप लग रहे हैं। बताते हैं कि जांच के लिए एक नई अपर लेवल कमेटी बनाई गई है, जो पहले की कमेटी (ग्रीवांस रीड्रेसल कमेटी) की रिपोर्ट की समीक्षा करेगी। दरसअल विवाद की वजह कुछ सेंटरों के बच्चों को दिए गए ग्रेस माक्र्स, 720 में 720 माक्र्स लेने वाले 67 छात्रों और एक सेंटर से 6 छात्रों के टॉप करने के बाद उपजा बताया जा रहा है।
अभिभावक इस बात पर सवाल उठा रहे हैं कि यदि ग्रेस माक्र्स दिए जाने थे तो सबको दिए जाते। हालांकि गे्रस माक्र्स दिए जाने के पीछे वजह यह बताई जा रही है कि जहां पेपर देरी से शुरू हुआ है और जिन सेंटरों ने इसका क्लेम किया है वहां बच्चों को उस समय के हिसाब से कहीं 20 कहीं 30 कहीं 40 तो कहीं 50 नंबर तक ग्रेस माक्र्स के रूप में दिए गए हैं। एक सेंटर से ही 6 बच्चों के टॉप करने वाली बात किसी के हलक से नहीं उतर रही।
हिमाचल से भी 30 हजार के करीब स्टूडेंट्स द्वारा नीट का परीक्षा दिए जाने की बात कही जा रही है। हालांकि हिमाचल से किसी भी सेंटर या अभि ाावक द्वारा ऐसा कोई क्लेम किए जाने की बात अभी सामने नहीं आई है लेकिन सवाल वही है कि यदि माक्र्स देने थे तो सबको दिए जाते। उच्च स्तर पर मामला उजागर होने के बाद यह बात सामने आ रही है कि हिमाचल के भी कुछ एग्जाम सेंटरों में आंसर शीट पर थ ब इंप्रेशन, रोलनंबर , नाम इत्यादि भरने की फार्मेल्टी इस बार एग्जाम शुरू होने के बाद करवाई गई। जबकि होता यह है कि यह पहले करवा ली जाती है और जब टाइम पूरा होता है तो बच्चे सीधे सवालों के जवाब पर ध्यान केंद्रित करते हैं।
इस हिसाब से तो ग्रेस माक्र्स सबको मिलने चाहिए थे। वहीं नीट के इतिहास में यह पहली बार हुआ है जबकि एक साथ 67 बच्चों ने पूरे नंबर लिए हैं। इसमें कहीं न कहीं गड़बड़झाला होने की गंध तो आ रही है। बताते हैं कि आजतक इतिहास में कभी ऐसा नहीं हुआ कि एक साथ इतने बच्चे टॉप कर जाएं।
क्या एनटीए दोबारा करवाएगा परीक्षा…
अब सवाल यह भी उठने लगे हैं कि क्या नीट की परीक्षा फिर से आयोजित की जाएगी। हालांकि इस बारे में अभी इतना ही कहा जा रहा है कि जिन सेंटर्स में ग्रेस माक्र्स दिए गए हैं वहां के लिए दोबारा नीट की परीक्षा आयोजित करवाई जा सकती है। लेकिन मांग यह की जाने लगी है कि परीक्षा को दोबारा करवाया जाए क्योंकि बच्चों और अभिभावकों के दिमाग में उठने वाले सवालों का उत्तर मिलना जरूरी है अन्यथा उन्हें यही लगेगा कि कुछ न कुछ तो गलत हुआ है।
चुनाव परिणाम वाले दिन ही नीट का रिजल्ट…
नीट की परीक्षा का रिजल्ट पहले 5 जून का घोषित करने की बात कही जा रही थी लेकिन अचानक से एनटीए ने 4 जून का उस वक्त रिजल्ट घोषित किया जब पूरा देश चुनाव नतीजों में व्यस्त था। ऐसे में यह भी बातें उठने लगी है कि जानबूझकर ऐसा कदम तो नहीं उठाया गया कि किसी का ध्यान रिजल्ट की ओर न हो और सबकुछ खामोशी से निपट जाए।
हिमाचल से हर साल एग्जाम देते हैं हजारों स्टूडेंटस…
गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश में वर्तमान में 7 मेडिकल कालेज हैं जिनमें एक प्रावइेट कालेज है और बिलासपुर में ए स है। हर साल इन कालेजों में प्रवेश के हजारों छात्र-छात्राएं नीट की परीक्षा देते हैं। बहुत सारे बच्चे एक या दो यहां तक की तीन-तीन ड्रॉप लेकर एग्जाम देते हैं। अधिकतर अभि ाावक प्रदेश की दर्जनों कोचिंग अकेडमियों और हिमाचल से बाहर भी मोटी रकम फीस के तौर पर बच्चों को एग्जाम की तैयारी करवाते हैं।