तीन युवा परिंदे उड़े तो आसमान रो पड़ा, वो हंस रहे थे मगर, हिन्दुस्तान रो पड़ा।

हिमाचल/हमीरपुर  :- भारत राष्ट्र की आज़ादी हेतु अपने शरीर का कण-कण और जीवन का क्षण-क्षण मां भारती के चरणों में समर्पित करने वाले महान स्वतंत्रता सेनानी व अमर क्रांतिकारी भगत सिंह जी, सुखदेव जी और राजगुरु जी के बलिदान दिवस पर उन्हें कोटि-कोटि नमन।

लिख रहा हूं मैं जो अंजाम कल उसका आगाज आएगा
मेरे लहू का हर एक कतरा इंकलाब लाएगा
मैं रहूं या ना रहूं यह वादा है मेरा तुझसे
मेरे बाद वतन पर मरने वालों का सैलाब आएगा ।
अमर शहीदों को शत-शत नमन