शिमला/हिमाचल :- एसएफआई हिमाचल प्रदेश के पूर्व अध्यक्ष साथी रमन ने इस सम्मेलन की इनॉग्रेशन की उन्होंने बात रखते हुए कहा कि देश और दुनिया के अंदर चल रहे साम्राज्यवादी नीतियों के चलते उससे पड़ने वाले प्रभाव से अवगत करवाया।
इसके साथ-साथ देश के अंदर मोदी सरकार राष्ट्रीय शिक्षा नीति के जरिए शिक्षा का सांप्रदायिकरण और केंद्रीयकारण करने की कोशिश कर रही है आने वाले समय इस छात्र विरोधी नीति के खिलाफ मजबूती के साथ लड़ने की जरूरत है उन्होने बात रखते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश के अंदर भी हालत आज बहुत खराब है।
हिमाचल प्रदेश बेरोजगारी के अंदर तीसरे स्थान के अंदर है और वितय आपातकाल की स्थिति प्रदेश के अंदर हो चुकी है हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के अंदर बड़े लेवल का शैक्षणिक भ्रष्टाचार होने के चलते आज यहां शिक्षा का स्तर लगातार गिरता जा रहा है इसके खिलाफ आने वाले समय के अंदर संघर्ष तेज करने की जरूरत है। इस सम्मेलन में 63 सदस्य कमेटी चुनी गई।
इस सम्मेलन से चुनी गई कमेटी ने 21 सदस्य सचिवालय का चुनाव किया। इस सम्मेलन से चुनी गई कमेटी ने निर्णय लिया है कि जो पिछले वर्ष चुनी गई कमेटी की कमियां और खामियां थीं उन्हें इस पूरे वर्ष दुरुस्त करने की कोशिश की जाएगी। विश्वविद्यालय के नेतृत्व को वैचारिक प्रशिक्षण व राजनीतिक रूप से सशक्त बनाने के लिए स्वंय अध्ययन व शिक्षा शिविर लगाने की जरूरत है।
प्रदेश विश्वविद्यालय इकाई के इस 39वें सम्मेलन से साथी रितेश को सचिव और साथी अंकुश राणा को अध्यक्ष चुना गया।