पांच धडे, 500 बीमार, 50 अनार भाजपा के राजनीतिक हालात: संदीप साख्यान।

हमीरपुर/विवेकानंद वशिष्ठ  :-  प्रदेश कांग्रेस के पूर्व मीडिया कॉर्डिनेटर संदीप सांख्यान ने भाजपा पर तीखा राजनैतिक प्रहार करते हुए कहा है कि भाजपा की अंदरूनी हालत तो पांच धड़े, 500 बीमार, 50 अनार जैसी हो गई है।
जयराम, बिंदल हुए भाजपा के प्रवक्ता, भाजपा प्रवक्ता हुए परजीवी वक्ता
भाजपा में प्रतिस्पर्धा का आलम यह हो गया है जयराम हो या बिंदल नेता प्रतिपक्ष और प्रदेश अध्यक्ष न होकर भाजपा के प्रवक्ता जैसा व्यवहार कर रहें हैं, और ऐसे में भाजपा के प्रवक्ता परजीवियों के वक्ता बन गए हैं।
प्रदेश सरकार के मंत्रालयों पर टिप्पणियां करने से बेहतर पूर्व सरकार की इंक्वायरिया मांगे भाजपा 
भाजपा के प्रत्येक विधानसभा में 50 कार्यकर्ताओं तक सीमित होकर भारतीय जनता पार्टी में मुछे , दाढ़ी काली करके वही कार्यकर्ता बनते हैं कभी वही युवा मोर्चा बन जाते हैं तो कभी वही निकर टोपी पहन कर आर.एस.एस तो कभी भगवा कपड़े पहन कर बजरंग दल या विश्व हिंदू दल के कार्यकर्ता बने फिरते हैं।
संदीप सांख्यान ने कहा कि पॉलीटिकल क्राइसिस से गुजर रही भारतीय जनता पार्टी के पास ना मुद्दा, ना नेता है अगर नेता प्रतिपक्ष हिमाचल का है तो अध्यक्ष हरियाणा से तो संगठन मंत्री बंगाल का है ऐसे में खुद भाजपा के
कार्यकर्ता यही तय नहीं कर पा रहे कि उनको भाषा कौन सी सीखनी चाहिए।
ऐसे में भाजपा के कार्यकर्ता स्वयं को असमंजस में डाल कर और भाजपा के नेता उनको वैचारिकता की दुहाई देकर कार्यकर्ताओं को लेकर घूम रहे हैं। संदीप सांख्यान ने कहा कि भाजपा में प्रतिस्पर्धा का आलम यह है की उसके हर नेता और कार्यकता को प्रदेश सरकार पर टिप्पणी करनी है ताकि वह अपने आप को जीवित रख सके विषय समझ में आए या ना आए, जिस दिन नेता प्रतिपक्ष जयराम जी बोलते हैं ठीक उसी दिन बिंदल जी को भी बोलना होता हैं।
 यह भाजपा के भीतरी चल रही आपसी प्रतिस्पर्धा का आलम है या फिर उनके गुटों में बंटे कार्यकर्ता बयानवीर बन जाते हैं। संदीप सांख्यान ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री पर टिप्पणी करने से पूर्व भाजपा के लोग सैनिटाइजर घोटाले पर बोलने से क्यों घबराते हैं।
, तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री चाहे विपिन परमार रहे हो या डॉ राजीव सहजन उनकी खामोशी पूर्व की भाजपा सरकार में घोटाले में हुए और भ्रष्टाचार को साबित करती है। संदीप सांख्यान ने कहा कि एच.आर.टी.सी के घाटे की चिंता और घाटे से उभारने के तरीकों पर टिप्पणी करने से पूर्व तत्कालीन भाजपा सरकार में एच.आ.टी.सी में हुए घोटाले की जांच की मांग क्यों नहीं करती?
भाजपा पूर्व सरकार के कार्यकाल में मंत्री महोदय ने एच.आर.टी.सी के डिपो के आधार पर अपने बच्चों के विवाहों की रिसेप्शन की हो उनके कार्यकर्ताओं को टिप्पणियां करने से पहले अपने कर्मों का भी तो अध्ययन करना चाहिए।
कांग्रेस के मुख्यमंत्री अपने मंत्रिमंडल के साथ प्रदेश को आत्मनिर्भर करने का जो लक्ष्य लेकर कार्य कर रहे हैं। विपक्ष सहयोग नहीं करना चाहता तो कम से कम सार्थक चर्चा ही कर ले। आलोचना के अतिरिक्त भाजपा को कुछ भी प्राप्त नहीं हो रहा।
“भाजपा” भारतीय जनता पार्टी नहीं “बाहुबली आदेश मानो” पार्टी हो गई है। भाजपा के कार्यकर्ता प्यादो की तरहां कार्य कर रहे हैं और नेता बाहुबली की भांति बयान बाजी, जो ना तो प्रदेश की राजनीति के पक्ष में है ना प्रदेश हित में।